पिथौरागढ़ः भारत और कजाकिस्तान के बीच होने वाला वार्षिक सैन्य युद्धाभ्यास काजिन्द इस साल 3 अक्टूबर से 14 अक्टूबर तक आयोजित होगा. जिसमें दोनों देशों के सैनिक भाग लेंगे. इस युद्धभ्यास के लिए कजाकिस्तान के 60 सैनिक पिथौरागढ़ पहुंच चुके हैं. इस दौरान सैनिक आंतकी और विद्रोहियों से निपटने के लिए अपने अनुभव साझा करेंगे. साथ ही उन्हें पहाड़ी क्षेत्रों में आतंकवादी घटनाओं की रोकथाम संबंधी प्रशिक्षण भी दिया जाएगा.
बता दें कि, साल 2016 में भारत-कजाकिस्तान के बीच संयुक्त सैन्याभ्यास काजिन्द (KAZIND) की शुरुआत हुई थी. जिसे एक बार भारत और एक बार कजाकिस्तान में आयोजित किया जाता है. इससे पहले यह हिमाचल प्रदेश में आयोजित किया गया था. तत्कालीन रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण के कजाकिस्तान दौरे के बाद दोनों देशों की सेनाओं के बीच और घनिष्ठता बढ़ी थी. रक्षा क्षेत्र में तालमेल बढ़ाए जाने पर वार्ता भी हुई थी. वहीं, इस बार भारत और कजाकिस्तान के सैनिकों का सैन्य युद्धाभ्यास काजिंद-2019 गुरुवार से पिथौरागढ़ के सेना मुख्यालय में शुरू होने जा रहा है.
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जानकारी के मुताबिक, काजिंद 2019 के तहत तीन अक्टूबर को सेना के मैत्री मैदान में साढ़े ग्यारह बजे से एक बजे तक उद्घाटन समारोह आयोजित होगा. इसके बाद तीन से चार बजे तक हथियार और उपकरणों का प्रदर्शन 16 कुमाऊं के फुटबॉल मैदान में होगा. चार अक्टूबर को तीन बजे से सायं पांच बजे तक रॉक क्राफ्ट एरिया में रॉक क्राफ्ट (एलडी) होगा. जबकि, पांच अक्टूबर को सुबह दस से 11.30 बजे तक एमवीसीपी होगा.
वहीं, सात अक्टूबर को सुबह आठ बजे से ग्यारह बजे तक हेप्ट स्लिथेरिग चलेगा. जिसमें नैनी सैनी हवाई पट्टी बेस रहेगी और लैडिंग जोन सैन्य क्षेत्र के कुमाऊं क्षेत्र होगा. नौ अक्टूबर को दस बजे से 11.30 बजे तक शिव मंदिर फायरिग रेंज में रिफेक्ट शूटिंग डेमो आयोजित होगी. इसके बाद 12 और 13 अक्टूबर को 48 घंटे वेलीडेशन अभ्यास चलेगा. जबकि, 14 अक्टूबर सुबह आठ बजे से दस बजे तक मैत्री मैदान में समापन समारोह आयोजित होगा.