पिथौरागढ़: सैनिक छावनी में भारत-कजाकिस्तान का संयुक्त युद्धाभ्यास काजिंद लगातार बारहवें दिन भी जारी रहा. इस संयुक्त युद्धाभ्यास में दोनों देशों के सैनिक एक-दूसरे के साथ जहां युद्ध रणनीति को साझा कर रहे हैं, वहीं काउंटर टेररिज्म ऑपरेशन के दौरान काम आने वाले सैन्य तकनीकों का भी दिन- रात अभ्यास कर रहे हैं.
बता दें कि पिथौरागढ़ सेना छावनी में भारत और कजाकिस्तान की सेनाएं पिछले कुछ समय से दिन ही नहीं बल्कि रात में भी आतंकियों से निपटने का अभ्यास कर रही हैं. वहीं, मुश्किल हालातों का सामना करते हुए दुश्मनों को उसके घर में घुसकर मारने की रणनीति भी साझा कर रहे हैं. इस संयुक्त युद्धाभ्यास का मुख्य उद्देश्य आतंकवाद के विरुद्ध विशेष तैयारी करना है.
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पिथौरागढ़ के सैन्य छावनी में चल रहे काजिंद संयुक्त अभ्यास में दोनों देशों के सैनिकों ने रणनीति बनाकर आतंकियों का सामना किया. कजाकिस्तानी और भारतीय सैनिकों को घर में छुपे आतंकियों खत्म करने का अभ्यास किया और काउंटर टेररिस्ट अभियान के दौरान काम आने वाली विभिन्न प्रकार तकनीक का अभ्यास भी किया.
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वहीं, इस दौरान कजाकिस्तान आर्मी के अधिकारियों ने बम डिफ्यूजल ड्रेस और तकनीक के बारे जानकारी ली. कजाक सेना के अधिकारियों ने इस संयुक्त अभ्यास को अत्यधिक महत्वपूर्ण बताया और उम्मीद जताई की इससे दोनों देशों में सम्बन्ध और मजबूत होंगे.
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इस सैन्य अभ्यास का मकसद दोनों देशो की सैन्य तकनीक को साझा करना है, ताकि युद्ध के दौरान सैनिक सूझबुझ और तालमेल के साथ काम कर दुश्मनों के दांत खट्टे कर सकें. साथ ही विश्वभर में लगातार बढ़ रहे आतंकवाद की चुनौतियों का सामना करने के लिए दोनों देशों की सेनाओं को तैयार किया जा सके.