बेरीनाग: कोरोना के चलते हुए लॉकडाउन के दौरान लोगों की जीवन शैली में बदलाव भी हुए हैं. अधिकतर लोगों ने नई तकनीकी अपनाने का कार्य किया. इसी कड़ी में धरमघर कस्बे की रहने वाली हिमानी पाठक ने लॉकडाउन के दौरान अनुपयोगी सामाग्री से उपयोगी वस्तुओं का निर्माण किया.
राखी के त्योहार को देखते हुए जहां बाजार राखियों से भरा पड़ा है. वहीं बेरीनाग की हिमानी ने हस्तशिल्प को बढ़ावा देते हुए घर पर ही राखियां बनाई हैं. साथ ही ऐपण वाली राखियां लोगों को बेहद पसंद आ रही हैं. हिमानी ने जब खुद से बनाई हुई राखियां सोशल मीडिया में डाली, तो राखियों को खरीदने की डिमांड तेजी से बढ़नेे लगी. बता दें कि हिमानी अब तक 200 से अधिक राखियां बाजार में बेच चुकी हैं.
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हिमानी ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान उन्होंने अपने आप को आत्मनिर्भर बनाने के साथ ही स्वरोजगार से भी जोड़ने का प्रयास किया. इस दौरान अपने आस-पास के लोगों को भी स्वरोजगार और स्वदेशी सामानों को अपनाने की अपील की. साथ ही कहा कि अपने आप को आत्मनिर्भर बनाते हुए स्वयं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए आगे आना चाहिए. हिमानी ने कोरोनाकाल में लोगों के लिए खुद अपने हाथों से मास्क भी बनाए और लोगों को जागरूक भी किया. हिमानी लगातार कोरोना बीमारी से दूर रहने के लिए लोगों से अपील भी कर रही हैं. हिमानी के पिता रमेश चंद्र पाठक उत्तराखंड पुलिस में एसआई हैं और वर्तमान में बेरीनाग थाने में तैनात हैं. वहीं हिमानी द्वारा किए जा रहे कार्यों की विभिन्न संगठनों ने सराहना की है.