पिथौरागढ़: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में सुरक्षा बलों के दो जांबाज कुत्तों सोफी और विदा का जिक्र करते हुए भारतीय नस्ल के कुत्तों की बहादुरी की तारीफ की थी. उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में पाए जाने वाले शीप डॉग यानी भोटिया कुत्ते भी बहादुरी के लिये जाने जाते हैं. अगर हम कहें इन हिमालयन शीप डॉग के सामने दुनिया के तमाम नस्ल के कुत्ते कमतर नजर आएंगे तो ये अतिशयोक्ति नहीं होगी.
बहुत बहादुर, समझदार और स्वामी भक्त होते हैं भोटिया कुत्ते
भोटिया कुत्ते बहुत बहादुर, समझदार और स्वामी भक्त होते हैं. भेड़ पालने वाले लोग खासतौर पर इन्हें अपने साथ रखते हैं. ये कुत्ते भेड़ों के झुंड के आगे और पीछे चलते हैं. ये इतने बहादुर होते हैं कि बाघ और गुलदार से भी भिड़ जाते हैं. ये शीप डॉग भेड़ों और बकरियों की जंगली जानवरों और जानवर चुराने वाले इंसानों से रक्षा करते हैं.
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दुनिया में सबसे महंगी ब्रीड है शीप डॉग
हिमालयन शीप डॉग खासकर उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और नेपाल के हिमालयी इलाकों में पाये जाते हैं. इनका बड़ा कद, बड़े-बड़े बाल और बड़ा सा मुंह किसी भी जानवर या इंसान को डराने के लिए काफी होता है. आधिकारिक रूप से इस नस्ल के इतिहास के बारे में निश्चित रूप से कुछ नहीं कहा जा सकता, लेकिन विशेषज्ञ मानते हैं कि यह प्रजाति नेपाली और भारतीय मूल की है. ऐसा भी कहा जाता है कि भोटिया कुत्ते तिब्बतन मास्टिफ की ही एक प्रजाति हैं जो दुनिया में सबसे महंगी ब्रीड है.
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भारतीय डाक विभाग ने जारी किया था टिकट
9 जनवरी 2005 को भारतीय डाक विभाग ने भारतीय मूल के कुत्तों की नस्लों पर विशेष डाक टिकट जारी किए थे. तीस-तीस लाख डाक टिकटों वाली इस सीरीज में पहला नंबर इसी नस्ल का था. इसके साथ ही रामपुर हाउंड, मुधोल हाउंड और राजपा लयम को भी डाक टिकट में जगह मिली थी.