पिथौरागढ़: सूबे की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने मंगलवार को पिथौरागढ़ जिले के ऐतिहासिक जौलजीबी मेले में शिरकत की. इस दौरान उन्होंने दीप प्रज्वलित कर मेले में कार्यक्रमों की शुरुआत की. इस मौके पर राज्यपाल ने सीमांत क्षेत्र के लोगों के कार्यों की सराहना की.
उन्होंने कहा की विषम भौगोलिक परिस्थियों के बाद भी यहां के लोग 200 साल पुराने इस मेले को आज तक सहेजकर रखे हुए हैं. उन्होंने कहा कि भारत, तिब्बत और नेपाल का यह व्यापारिक मेला ऐतिहासिक होने के साथ-साथ सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक भी है.
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काली और गोरी नदी के संगम पर जौलजीबी में आयोजित होने वाले अन्तराष्ट्रीय व्यापार मेले में राज्यपाल ने कहा कि इस ऐतिहासिक मेले को हाईटेक करने की आवश्यकता है. पर्यटन गतिविधियों के माध्यम से और अधिक प्रचार-प्रसार कर इस मेले को एक विशाल स्वरूप दिया जा सकता हैं.
राज्यपाल ने कहा कि इस मेले में जहां एक ओर सांस्कृतिक परम्परा की झलक देखने को मिलती है, तो वहीं उचित दरों पर स्थानीय जड़ी-बूटी व उत्पाद भी मिल जाते हैं. आज भी मेले में वस्तु विनिमय को जिंदा रखा गया है.