ETV Bharat / state

पिथौरागढ़: हादसों को दावत दे रही ख्वाकोट को जोड़ने वाली सड़क, एक दशक से नहीं हुआ निर्माण

पिथौरागढ़ के ख्वाकोट के लगभग आधा दर्जन गावों को जोड़ने वाले सड़क मार्ग पिछले काफी समय से खस्ताहाल में है. वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि, मामले की गुहार कई बार प्रशासन से लगाई गई है, लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है.

pithoragarh
हॉटमिक्स का कार्य न होने से क्षतिग्रस्त हुई सड़क
author img

By

Published : Dec 26, 2019, 12:45 PM IST

Updated : Dec 26, 2019, 2:52 PM IST

पिथौरागढ़: ख्वाकोट क्षेत्र के आधा दर्जन गावों को जोड़ने वाला गोबरसा-ख्वाकोट मोटरमार्ग बदहाल स्थिति में है. साल 2009 में लोकनिर्माण विभाग ने गोबरसा से थरसिला तक 5 किलोमीटर की कच्ची सड़क बनायी गई थी लेकिन, पिछ्ले एक दशक से इस मार्ग पर हॉटमिक्स का कार्य नहीं हुआ है. साथ ही इस सड़क मार्ग पर भूस्खलन का खतरा भी बना हुआ है.

कनालीछीना विकासखंड़ के ख्वाकोट क्षेत्र के लगभग आधा दर्जन गावों को जोड़ने वाली सड़क वर्तमान में क्षतिग्रस्त हो गई है. इस घनी आबादी को जोड़ने वाली गोबरसा-ख्वाकोट मोटरमार्ग में पिछ्ले एक दशक से हॉटमिक्स का कार्य न होने के कारण वाहन चालक इस सड़क मार्ग पर आवाजाही से बचते हैं. वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि वो पिछले काफी दिनों से सड़क निर्माण की मांग कर रहे हैं लेकिन उनकी कोई सुध नहीं ले रहा.

ये भी पढ़ें: लालकुआं क्षेत्र में दूर होगी पानी की किल्लत, गर्मी से पहले पूरा होगा पेयजल लाइन का काम

वहीं, मामले में ग्रामीण विक्रम सिंह ने बताया कि सड़क होने के बावजूद लगभग आधा दर्जन गावों के लोगों को लगभग 1 किलोमीटर का सफर पैदल चलकर तय करना पड़ता है. सबसे ज्यादा दिक्कत गर्भवती महिलाओं, मरीजों और बुजुर्गों को रही है. जिन्हें कंधों में लादकर इस सड़क मार्ग से अस्पताल तक ले जाया जाता है. ऐसे में कभी कभार मरीज रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं.

पिथौरागढ़: ख्वाकोट क्षेत्र के आधा दर्जन गावों को जोड़ने वाला गोबरसा-ख्वाकोट मोटरमार्ग बदहाल स्थिति में है. साल 2009 में लोकनिर्माण विभाग ने गोबरसा से थरसिला तक 5 किलोमीटर की कच्ची सड़क बनायी गई थी लेकिन, पिछ्ले एक दशक से इस मार्ग पर हॉटमिक्स का कार्य नहीं हुआ है. साथ ही इस सड़क मार्ग पर भूस्खलन का खतरा भी बना हुआ है.

कनालीछीना विकासखंड़ के ख्वाकोट क्षेत्र के लगभग आधा दर्जन गावों को जोड़ने वाली सड़क वर्तमान में क्षतिग्रस्त हो गई है. इस घनी आबादी को जोड़ने वाली गोबरसा-ख्वाकोट मोटरमार्ग में पिछ्ले एक दशक से हॉटमिक्स का कार्य न होने के कारण वाहन चालक इस सड़क मार्ग पर आवाजाही से बचते हैं. वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि वो पिछले काफी दिनों से सड़क निर्माण की मांग कर रहे हैं लेकिन उनकी कोई सुध नहीं ले रहा.

ये भी पढ़ें: लालकुआं क्षेत्र में दूर होगी पानी की किल्लत, गर्मी से पहले पूरा होगा पेयजल लाइन का काम

वहीं, मामले में ग्रामीण विक्रम सिंह ने बताया कि सड़क होने के बावजूद लगभग आधा दर्जन गावों के लोगों को लगभग 1 किलोमीटर का सफर पैदल चलकर तय करना पड़ता है. सबसे ज्यादा दिक्कत गर्भवती महिलाओं, मरीजों और बुजुर्गों को रही है. जिन्हें कंधों में लादकर इस सड़क मार्ग से अस्पताल तक ले जाया जाता है. ऐसे में कभी कभार मरीज रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं.

Intro:पिथौरागढ़: कनालीछीना विकासखंड़ के ख्वाकोट क्षेत्र को जोडने वाली कच्ची सड़क मौत को दावत दे रही हैं। आधा दर्जन गांवों की हजारों की आबादी को जोडने वाले गोबरसा-ख्वाकोट मोटरमार्ग में पिछ्ले एक दशक से हॉटमिक्स नही हुआ है। गोबरसा से थरसिला तक 5 किलोमीटर मोटरमार्ग लोकनिर्माण के अधीन है जबकी थरसिला से ख्वाकोट तक एक किलोमीटर मोटरमार्ग विधायक निधि से बनकर तैयार हुआ है। मार्ग की हालत इस कदर खस्ताहाल है कि वाहनचालक भी रोड में चलने से कतराते है। स्थानीय लोग लम्बे समय से सड़क के सुधारीकरण और हॉटमिक्स की मांग कर रहे है। मगर आज तक कोई सुनवाई नही हुई है।


Body:ख्वाकोट क्षेत्र के आधा दर्जन गावों के लिए लाइफलाईन गोबरसा-ख्वाकोट मोटरमार्ग बदहाली के आंसू रो रहा है। साल 2009 में लोकनिर्माण विभाग के अस्कोट खण्ड ने गोबरसा से थरसिला तक 5 किलोमीटर कच्ची सड़क बनायी थी। मगर पिछ्ले एक दशक से इस मार्ग में हॉटमिक्स का कार्य नही हो पाया है। वहीं थरसिला से ख्वाकोट तक सड़क दो लाख रुपए की विधायक निधि से बनायी गयी थी। मगर ये सड़क वाहनों के चलने लायक बिल्कुल नही है। मार्ग में कई स्थानों पर भूस्खलन का खतरा बना हुआ है।


Conclusion:गांव तक सड़क होने के बावजूद ग्रामीणों को 1 किलोमीटर पैदल चलकर थरसिला तक जाना पड़ता है। जबकि आस-पास के आधा दर्जन गावों के ग्रामीणों को मीलों पैदल चलना पड़ता है। सबसे ज्यादा दिक्कत गर्भवती महिलाओं, मरीजों और बुजुर्गों को उठानी पडती है। जिन्हें डोली में लादकर सड़क मार्ग तक लाया जाता है।

Byte: विक्रम सिंह, ग्रामीण
Last Updated : Dec 26, 2019, 2:52 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.