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गर्मी के बढ़ते ही धधकने लगे पिथौरागढ़ के जंगल, 16 हेक्टेयर जंगल आग की चपेट में

इस फायर सीजन में अभी तक आग लगने की 9 घटनाएं हो चुकी हैं. इनमें से चार घटनाएं आरक्षित और 5 घटनाएं सिविल पंचायत में हुई हैं. आग से वन विभाग को अब तक 35 हजार रुपये के नुकसान का आंकलन है.

गर्मी के बढ़ते ही जंगलों में लगी आग.
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Published : May 8, 2019, 10:36 PM IST

पिथौरागढ़: गर्मी का मौसम आते ही जंगलों में आग लगने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. इन दिनों जिले के कई हिस्सों में आग लगी हुई है. जहां पर बहुमूल्य वनसंपदा धू-धू कर जल रही है. इतना ही नहीं आग से वन्यजीवों के लिए खतरा बढ़ रहा है. साथ ही धुंध भी बढ़ रही है. वहीं, अब तक जिले में 16 हेक्टेयर जंगल आग की चपेट में आ चुके हैं. गंगोलीहाट, बेरीनाग और डीडीहाट तहसील में आग लगने की सबसे ज्यादा घटनाएं सामने आई हैं.

गर्मी के बढ़ते ही जंगलों में लगी आग.


बीते कुछ दिनों से आग लगने की घटनाएं काफी बढ़ गई हैं. वन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक इस फायर सीजन में अभी तक आग लगने की 9 घटनाएं हो चुकी हैं. इनमें से चार घटनाएं आरक्षित और 5 घटनाएं सिविल पंचायत में हुई हैं. आग से वन विभाग को अब तक 35 हजार रुपये के नुकसान का आंकलन है.

ये भी पढ़ेंः पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली पहुंची केदारनाथ, 15 हजार से ज्यादा श्रद्धालु बनेंगे ऐतिहासिक पल के साक्षी


वहीं, विभाग ने आग पर काबू पाने के लिए 146 फील्ड कर्मचारी और 280 फायर वाचर तैनात किए हैं. संवेदनशील वनों को आग से बचाने लिए वन पंचायतों को 8 हजार 800 रुपये की धनराशि उपलब्ध कराई गई है. बावजूद इसके आग लगने पर पंचायतें हाथ खड़े कर रही हैं. उधर, आग की घटनाओं से जहां पर्यावरण खतरे में है तो जंगली जानवरों की जान भी आफत में है.

पिथौरागढ़: गर्मी का मौसम आते ही जंगलों में आग लगने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. इन दिनों जिले के कई हिस्सों में आग लगी हुई है. जहां पर बहुमूल्य वनसंपदा धू-धू कर जल रही है. इतना ही नहीं आग से वन्यजीवों के लिए खतरा बढ़ रहा है. साथ ही धुंध भी बढ़ रही है. वहीं, अब तक जिले में 16 हेक्टेयर जंगल आग की चपेट में आ चुके हैं. गंगोलीहाट, बेरीनाग और डीडीहाट तहसील में आग लगने की सबसे ज्यादा घटनाएं सामने आई हैं.

गर्मी के बढ़ते ही जंगलों में लगी आग.


बीते कुछ दिनों से आग लगने की घटनाएं काफी बढ़ गई हैं. वन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक इस फायर सीजन में अभी तक आग लगने की 9 घटनाएं हो चुकी हैं. इनमें से चार घटनाएं आरक्षित और 5 घटनाएं सिविल पंचायत में हुई हैं. आग से वन विभाग को अब तक 35 हजार रुपये के नुकसान का आंकलन है.

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वहीं, विभाग ने आग पर काबू पाने के लिए 146 फील्ड कर्मचारी और 280 फायर वाचर तैनात किए हैं. संवेदनशील वनों को आग से बचाने लिए वन पंचायतों को 8 हजार 800 रुपये की धनराशि उपलब्ध कराई गई है. बावजूद इसके आग लगने पर पंचायतें हाथ खड़े कर रही हैं. उधर, आग की घटनाओं से जहां पर्यावरण खतरे में है तो जंगली जानवरों की जान भी आफत में है.

Intro:नोट- सर इस खबर के विसुअल के विसुअल्स मेल पर है। बाइट मोजो से भेजी है।

पिथौरागढ़: जिले में गर्मी बढ़ने के साथ ही जंगलों में आग की घटनाओं में भारी इजाफा हुआ है। आलम ये है कि अब तक जिले में 16 हेक्टेयर जंगल आग की चपेट में आ चुके हैं। गंगोलीहाट, बेरीनाग और डीडीहाट तहसील में आग लगने की सबसे अधिक घटनाएं हुई है। जंगलों में लगी आग से जहां रिहायशी इलाकों में धुंध बढ़ रही है वहीं बहुमूल्य वन संपदा भी खाक हो रही है।

पिछले 5 दिनों से सीमांत जनपद में गर्मी बढ़ते ही जा रही है। इससे आग लगने की घटनाओं में भारी इजाफा हुआ है। वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इस सीजन में अभी तक आग लगने की 9 घटनाएं हो चुकी है। इनमे से चार घटनाएं आरक्षित और 5 घटनाएं सिविल पंचायत में हुई है। आग से वन विभाग को अब तक 35,000 रुपये के नुकसान का आंकलन है। विभाग ने आग पर काबू पाने के लिए 146 फील्ड कर्मचारी और 280 फायर वाचर रखे है। संवेदनशील वनों को आग से रोकने के लिए वन पंचायतों को 8800 रुपये की धनराशि उपलब्ध कराई है। बावजूद इसके आग लगने पर पंचायते हाथ खड़े कर देती है। आग की घटनाओं से जहां पर्यावरण खतरे में है वही जंगली जानवरों की जान भी आफत में है।

Byte: विनय भार्गव, डीएफओ, पिथौरागढ़


Body:नोट- सर इस खबर के विसुअल के विसुअल्स मेल पर है। बाइट मोजो से भेजी है।

पिथौरागढ़: जिले में गर्मी बढ़ने के साथ ही जंगलों में आग की घटनाओं में भारी इजाफा हुआ है। आलम ये है कि अब तक जिले में 16 हेक्टेयर जंगल आग की चपेट में आ चुके हैं। गंगोलीहाट, बेरीनाग और डीडीहाट तहसील में आग लगने की सबसे अधिक घटनाएं हुई है। जंगलों में लगी आग से जहां रिहायशी इलाकों में धुंध बढ़ रही है वहीं बहुमूल्य वन संपदा भी खाक हो रही है।

पिछले 5 दिनों से सीमांत जनपद में गर्मी बढ़ते ही जा रही है। इससे आग लगने की घटनाओं में भारी इजाफा हुआ है। वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इस सीजन में अभी तक आग लगने की 9 घटनाएं हो चुकी है। इनमे से चार घटनाएं आरक्षित और 5 घटनाएं सिविल पंचायत में हुई है। आग से वन विभाग को अब तक 35,000 रुपये के नुकसान का आंकलन है। विभाग ने आग पर काबू पाने के लिए 146 फील्ड कर्मचारी और 280 फायर वाचर रखे है। संवेदनशील वनों को आग से रोकने के लिए वन पंचायतों को 8800 रुपये की धनराशि उपलब्ध कराई है। बावजूद इसके आग लगने पर पंचायते हाथ खड़े कर देती है। आग की घटनाओं से जहां पर्यावरण खतरे में है वही जंगली जानवरों की जान भी आफत में है।

Byte: विनय भार्गव, डीएफओ, पिथौरागढ़


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