पिथौरागढ़: सीमांत जिले पिथौरागढ़ के दर्जनों गांव पेयजल संकट से जूझ रहे हैं. पहाड़ों पर बढ़ते तापमान के चलते कई गांव में पेयजल संकट खड़ा हो गया है .गांवों में पेयजल समस्या के समाधान के लिए कोई प्रयास नहीं किए गए हैं. लोगों को प्यास बुझाने के लिए सरकार द्वारा योजनाएं बन रही हैं, मगर ये योजनाएं कब पूरी होंगी और कब ग्रामीणों को राहत मिलेगी इसका जवाब किसी के पास नहीं है.
जनपद के देवलथल के कुआं इलाके में पानी ना आने से बडी की बड़ी समस्याएं महिलाओं ने डीएम से लगाई गुहार लगाई है. महिलाओं का कहना है कि प्यास बुझाने के लिए 3 से 4 किलोमीटर पैदल चलकर पानी लाना पड़ रहा है. पिछले दो तीन सप्ताह से गांव में पानी नहीं आ रहा है. जिसके कारण लोगों के सामने पेयजल संकट खड़ा हो गया है. महिलाओं का कहना है कि प्रधानमंत्री जन जीवन परियोजना के अंतर्गत लाइनें तो बिछा दी गई हैं लेकिन उन पाइप लाइनों में पानी भी नहीं आ रहा है.
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स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले कई सालों से उनके क्षेत्र में पानी की परेशानी है. योजना के तहत पाइप लाइन बिछाई तो गई लेकिन कुछ दिन पानी आने के बाद ये बंद हो गया है. इसको लेकर ठेकेदार को भी अवगत करवाया गया, लेकिन, ठेकेदार भी सुनने को राजी नहीं है. ग्रामीण महिलाओं ने कहा हालात इसी तरह से रहे तो आने वाले दिनों में पानी की बड़ी समस्याएं खड़ी हो जाएगी. घर की महिलाएं घर के काम के साथ-साथ कई किलोमीटर दूर से पानी भरकर लाने के मजबूर हैं. जनप्रतिनिधि और सरकार उनकी समस्याओं को सुनने को तैयार नहीं है. ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि जल्द पेयजल समस्या दूर नहीं हुई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा.