ETV Bharat / state

गजब: जमीन का मालिकाना हक ही नहीं तो कैसे पास होगा नक्शा, प्राधिकरण भेज रहा नोटिस - berinag and chaukori

पिथौरागढ़ के बेरीनाग और चौकोड़ी के ग्रामीणों को विकास प्राधिकरण के नोटिस से परेशान. प्राधिकरण लागू करने के फैसले को वापस लेने की उठी मांग.

बेरीनाग और चौकोड़ी के गांव.
author img

By

Published : May 8, 2019, 11:21 PM IST

Updated : May 9, 2019, 9:20 AM IST

बेरीनाग: जमीन का मालिकाना हक न होने की वजह से बेरीनाग और चौकोड़ी के ग्रामीण पहले से ही परेशान हैं. इसी बीच अब विकास प्राधिकरण के नियम भी यहां लागू हो गये हैं, जिससे ग्रामीणों की परेशानी और भी बढ़ गई है. विकास प्राधिकरण अबतक 24 गांवों को नियम के उल्लंघन का नोटिस जारी कर चुका है.

बेरीनाग और चौकोड़ी में कैसे होगा नक्शा पास
बेरीनाग और चौकोड़ी के लोगों के पास विकास प्राधिकरण के नोटिस का जबाब देने और नक्शा पास करने के लिए जमीन के कागज ही नहीं हैं. क्योंकि, भूमि का किसी के पास भी मालिकाना हक नहीं है. ऐसे में कोई कैसे मकान का नक्शा पास करवा सकता है?

विकास प्राधिकरण के नोटिस से परेशान.

पढ़ें- कौली कन्याल पुल निर्माण को लेकर ग्रामीणों का फूटा गुस्सा, PMGSY के खिलाफ किया प्रदर्शन

विकास प्राधिकरण वापस लेने की मांग
ब्लॉक प्रमुख रेखा भंडारी ने बताया कि सरकार को पहाड़ों से यदि पलायन रोकना है और विकास करना है तो पहाड़ों में इस तरह के नियम लागू नहीं करना चाहिए. यदि जबरन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गयी तो सरकार के खिलाफ उग्र आन्दोलन किया जायेगा.

वहीं, नगर पंचायत अध्यक्ष हेम पंत ने भी सरकार से इस नियम को वापस लेने की मांग की है. उनका कहना है कि पहाड़ों के लोगों की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं है कि वो इन नियमों का पालन कर सकें. पहाड़ की स्थिति को देखते हुए प्राधिकरण को निर्णय वापस लेना चाहिए.

पढ़ें- महिला की हत्या का पुलिस ने किया खुलासा, पति को किया गिरफ्तार

दरअसल, बेरीनाग चौकोड़ी सहित क्षेत्र के करीब 36 क्षेत्रों में विकास प्राधिकरण लागू हुआ है. इसके तहत सड़क से 200 मीटर ऊपर और नीचे बिना विकास प्राधिकरण के स्वीकृति के मकान बनाने पर कार्रवाई की जाती है. साथ ही बिना नक्शा पास करवाये कोई मकान नहीं बनवा सकता है. इसी के तहत पिथौरागढ़ के करीब 24 गांवों को नोटिस मिला है.

बिजली के संयोजन भी बंद
बेरीनाग और चौकोड़ी के लोगों के आगे भूमि की समस्या तो है ही साथ ही पिछले चार माह से बिजली के संयोजन भी पूरी तरह से बंद हैं. बिजली संयोजन के लिए बनी फाइल धूल फांक रही है. ऊर्जा विभाग के कब्जे वाली भूमि पर बिजली का संयोजन देने से मना कर दिया गया है, जिससे लोग काफी परेशान हैं.

बेरीनाग: जमीन का मालिकाना हक न होने की वजह से बेरीनाग और चौकोड़ी के ग्रामीण पहले से ही परेशान हैं. इसी बीच अब विकास प्राधिकरण के नियम भी यहां लागू हो गये हैं, जिससे ग्रामीणों की परेशानी और भी बढ़ गई है. विकास प्राधिकरण अबतक 24 गांवों को नियम के उल्लंघन का नोटिस जारी कर चुका है.

बेरीनाग और चौकोड़ी में कैसे होगा नक्शा पास
बेरीनाग और चौकोड़ी के लोगों के पास विकास प्राधिकरण के नोटिस का जबाब देने और नक्शा पास करने के लिए जमीन के कागज ही नहीं हैं. क्योंकि, भूमि का किसी के पास भी मालिकाना हक नहीं है. ऐसे में कोई कैसे मकान का नक्शा पास करवा सकता है?

विकास प्राधिकरण के नोटिस से परेशान.

पढ़ें- कौली कन्याल पुल निर्माण को लेकर ग्रामीणों का फूटा गुस्सा, PMGSY के खिलाफ किया प्रदर्शन

विकास प्राधिकरण वापस लेने की मांग
ब्लॉक प्रमुख रेखा भंडारी ने बताया कि सरकार को पहाड़ों से यदि पलायन रोकना है और विकास करना है तो पहाड़ों में इस तरह के नियम लागू नहीं करना चाहिए. यदि जबरन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गयी तो सरकार के खिलाफ उग्र आन्दोलन किया जायेगा.

वहीं, नगर पंचायत अध्यक्ष हेम पंत ने भी सरकार से इस नियम को वापस लेने की मांग की है. उनका कहना है कि पहाड़ों के लोगों की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं है कि वो इन नियमों का पालन कर सकें. पहाड़ की स्थिति को देखते हुए प्राधिकरण को निर्णय वापस लेना चाहिए.

पढ़ें- महिला की हत्या का पुलिस ने किया खुलासा, पति को किया गिरफ्तार

दरअसल, बेरीनाग चौकोड़ी सहित क्षेत्र के करीब 36 क्षेत्रों में विकास प्राधिकरण लागू हुआ है. इसके तहत सड़क से 200 मीटर ऊपर और नीचे बिना विकास प्राधिकरण के स्वीकृति के मकान बनाने पर कार्रवाई की जाती है. साथ ही बिना नक्शा पास करवाये कोई मकान नहीं बनवा सकता है. इसी के तहत पिथौरागढ़ के करीब 24 गांवों को नोटिस मिला है.

बिजली के संयोजन भी बंद
बेरीनाग और चौकोड़ी के लोगों के आगे भूमि की समस्या तो है ही साथ ही पिछले चार माह से बिजली के संयोजन भी पूरी तरह से बंद हैं. बिजली संयोजन के लिए बनी फाइल धूल फांक रही है. ऊर्जा विभाग के कब्जे वाली भूमि पर बिजली का संयोजन देने से मना कर दिया गया है, जिससे लोग काफी परेशान हैं.

Intro:नोटिस Body:
बेरीनाग।
भूमि का मालिकाना हक नही,विकास प्राधिकरण के नोटिस
बेरीनाग। बेरीनाग और चैकोड़ीवासी पहले से ही भूमि के मालिकाना हक नही होने से परेशान थे।जिस कारण इस क्षेत्र में लोगों को भवन बनाने से लेकर कोई भी निर्माण कार्य करना पूरी तरह से प्रतिबंध है।कोई चोरी छुपे प्रशासन से बचकर मकान भी बना रहा था। उस पर अब एक और विकास प्राधिकरण का नियम लागू हो गया है। बेरीनाग चैकोड़ी सहित क्षेत्र के तीन दर्जन क्षेत्रों में विकास प्राधिकरण लागू हुआ है। सड़क से 200 मीटर उपर और नीचे बिना विकास प्राधिकरण के स्वीकृति के मकान बनाने पर कार्रवाई करने का नियम है पूर्व में क्षेत्रीय विकास प्राधिकरण ने बेरीनाग,देवीनगर,उडियारी बैंड,चैकोड़ी,कोटमन्या,लोहाथल,उडियारी,कांडे किरोली,,जाख,कालेटी,त्रिपुरादेवी,राईआगर सहित दो दर्जन गांवों के लोगों को नोटिस दे चुका है कुछ लोगों के द्वारा प्राधिकरण से अनुमति भी मिल गयी है नोटिस मिलने के बाद लोगों में परेशानी खड़ी हो गयी है। ब्लाक प्रमुख रेखा भंडारी ने कहा कि सरकार को पहाड़ो से यदि पलायन रोकना है और विकास करना है तो इस प्राधिकरण को पहाड़ो में लागू नही करना चाहिए। यदि जबरन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गयी तो सड़को में उतकर आन्दोलन किया जायेगा। किसी भी हालत में यह नियम लागू नही होने दिया जायेगा।नगर पंचायत अध्यक्ष हेम पंत सरकार से इस नियम को वापस लेने की मांग करते हुए कहा पहाड़ो के लोगों की आर्थिक स्थिति ऐसी नही है जो इस तरह के नियमों का पालन कर सकें और यहां की स्थिति को देखते हुए यह निर्णय वापस लेना चाहिए।

बेरीनाग और चैकोड़ी कैसे होगा नक्शा पास !
बेरीनाग। बेरीनाग और चैकोड़ी मिले विकास प्राधिकरण के नोटिस का जबाब देने और नक्शा पास करने के लिए जमीन के कागज ही नही है तो कैसे नक्शा पास होगा। यह मुशिकल खड़ी हो गयी है। चैकोड़ी को जहां सरकार के द्वारा पर्यटक स्थल के रूप विकसीत करने की तैयारी की जा रही है वही यह प्राधिकरण का नियम गल्ले की फांस बना हुआ है।

बिजली के संयोजन भी बंद
बेरीनाग। बेरीनाग और चैकोड़ी के लोगों के आगे भूमि की समस्या तो है ही उसके उपर से पिछले चार माह से बिजली के संयोजन भी पूर्ण तरह से बंद हो रखे है जिस कारण दर्जनों लोगों बिजली संयोजन के लिए बनी फाइल धूल खा रही है। ऊर्जा विभाग के द्वारा कब्जे वाली भूमि पर बिजली का संयोजन देने से मना कर दिया है।जिससे लोग परेशान है। Conclusion:भूमि का नही है मालिकाना हक
Last Updated : May 9, 2019, 9:20 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.