पिथौरागढ़: शहीदों के परिजनों को सम्मानित करने सीमांत जनपद पिथौरागढ़ पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने अपने भाषण में कई महत्वपूर्ण बातें कहीं. राजनाथ सिंह ने न केवल सीएम पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) की तारीफ की, बल्कि अपने पड़ोसी मुल्क नेपाल (Nepal) को लेकर भी भारत सरकार का पक्ष साफ किया.
बता दें कि नेपाल बार-बार उत्तराखंड के कुछ हिस्से को अपना बताता रहा है और यह हरकत उसने 3 दिन पहले भी की थी, जब बनबसा से जुड़े दो गांवों को नेपाल (Nepal) ने अपने नक्शे पर न केवल दिखाया. बल्कि, उस पर अपना अधिकार जमाते हुए बयान भी जारी किया था.
ये भी पढ़ेंः शहीद सम्मान समारोह में बोले रक्षा मंत्री- हर शहीद के घर से मिट्टी पहुंचेगी सैन्य धाम, पाकिस्तान को कड़ा संदेश
नेपाल के साथ रोटी-बेटी का रिश्ता, विवाद नहींः अब नेपाल से लगती सीमा से सटे पिथौरागढ़ पहुंचे राजनाथ सिंह ने नेपाल को लेकर कहा है कि भारत और नेपाल के बीच कभी विवाद नहीं हो सकता. धारचूला होते हुए लिपुलेख से कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग बन चुका है, इस मार्ग को लेकर कुछ लोगों ने नेपाल में भ्रम की स्थिति पैदा करने की कोशिश की थी, लेकिन नेपाल के साथ भारत का रोटी-बेटी का रिश्ता (india-nepal relationship) है, जिसे कोई भंग नहीं कर सकता.
उन्होंने कहा कि भारत और नेपाल के बीच रोटी-बेटी के साथ-साथ एक सैन्य संबंध (military relations) भी हैं. पिछले दिनों जब नेपाल के थल सेना अध्यक्ष, जनरल प्रभुराम शर्मा (Prabhu Ram Sharma) भारत आए तो उन्होंने भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ram Nath Kovind) ने 'जनरल ऑफ द इंडियन आर्मी' का आनरेरी रैंक प्रदान किया.
ये भी पढ़ेंः जानिए रक्षामंत्री के देवभूमि दौरे के सियासी मायने, क्यों माना जा रहा अहम
पाकिस्तान और चीन को नसीहतः इस दौरान रक्षा मंत्री ने चीन (China) का नाम लेते हुए यह तंज कसा कि भारत से नेपाल के साथ चीन व अन्य देशों की सीमाएं लगी हैं और भारत सभी से पड़ोसी धर्म निभाता है, लेकिन कुछ ऐसे पड़ोसी भी होते हैं जिसको रिश्ता रखना नहीं आता. वहीं, पाकिस्तान को भी नसीहत देते हुए कहा कि हमारी सरकार ने पाकिस्तान (Pakistan) को पहले ही कड़ा संदेश दे दिया है कि अगर गड़बड़ करोगे तो सीमा पार जाकर सर्जिकल (surgical strike) और एयर स्ट्राइक (air strike) भी हम लोग कर सकते हैं. रक्षा मंत्री ने कहा कि, हमने दुनिया के किसी देश पर भारत ने कभी हमला नहीं किया, लेकिन अगर कोई भारत की तरह आंख उठाकर देखेगा तो भारत चुप बैठने वाला नहीं है.