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भारत-नेपाल के रिश्तों में आई खटास, कांग्रेस ने केंद्र सरकार को दिया ये सुझाव - उत्तराखंड न्यूज

नेपाल ने भारत के कालापानी, लिपुलेख और लिम्पियाधुरा तक के इलाके को अपने मानचित्र में शामिल कर लिया है, ये वो इलाके है जो भारत को चीन और नेपाल सीमा से जोड़ते है. तभी से दोनों देशों के रिश्तों में खटास आ गई है. कांग्रेस ने भारत-नेपाल के बीच बिगड़ते इन रिश्तों के लिए केंद्र सरकार की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया है.

राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा
राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा
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Published : Aug 9, 2020, 3:50 PM IST

पिथौरागढ़: भारत और नेपाल के रिश्तों में इन दिनों जो कड़वाहट आई है उसे दूर करने के लिए राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा ने केंद्र सरकार से वार्ता की वकालत की है. सांसद टम्टा ने कहा कि केंद्र सरकार चीन से डरी हुई है और लगातार वार्ता कर रही है. जबकि, नेपाल के साथ रिश्तों को बचाने के लिए कोई पहल नहीं की जा रही है.

सांसद टम्टा ने कहा कि मोदी सरकार की गलत नीतियों के कारण भारत के पड़ोसी देश नेपाल से रिश्ते बिगड़ते जा रहे हैं. मोदी सरकार चीन से रिश्ते सुधारने के लिए लगातार प्रयास कर रही है, लेकिन जिस पड़ोसी मुल्क के साथ भारत का सदियों पुराना रोटी-बेटी का रिश्ता है, उसके साथ रिश्ते सुधारने के लिए कोई पहल नहीं की जा रही है.

कांग्रेस ने केंद्र सरकार को दिया सुझाव.

पढ़ें- क्या दोस्त बन पाएंगे भारत-चीन, जानें विदेश मंत्री जयशंकर का जवाब

सांसद टम्टा ने कहा कि सीमा विवाद के चलते भारत-नेपाल के बीच रिश्ते बेहद खराब स्थिति से गुजर रहे है. ऐसे में केंद्र सरकार को तुरंत नेपाल से वार्ता कर सीमा विवाद को जल्द से जल्द सुलझा लेना चाहिए. ताकि दोनों मित्र राष्ट्रों के बीच फिर से सौहार्दपूर्ण रिश्ते कायम हो सके.

बता दें कि नेपाल ने भारत के कालापानी, लिपुलेख और लिम्पियाधुरा तक के इलाके को अपने मानचित्र में शामिल कर लिया है, ये वो इलाके है जो भारत को चीन और नेपाल सीमा से जोड़ते हैं. नेपाल ने चीन को जोड़ने वाली लिपुलेख सड़क पर भी अपना दावा जताया है. वर्तमान में पिथौरागढ़ जिले से लगी सीमाओं पर चीन और नेपाल सुरक्षा तंत्र मजबूत कर रहे है, जो भारत के लिए चिंता का सबब बना हुआ है.

पिथौरागढ़: भारत और नेपाल के रिश्तों में इन दिनों जो कड़वाहट आई है उसे दूर करने के लिए राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा ने केंद्र सरकार से वार्ता की वकालत की है. सांसद टम्टा ने कहा कि केंद्र सरकार चीन से डरी हुई है और लगातार वार्ता कर रही है. जबकि, नेपाल के साथ रिश्तों को बचाने के लिए कोई पहल नहीं की जा रही है.

सांसद टम्टा ने कहा कि मोदी सरकार की गलत नीतियों के कारण भारत के पड़ोसी देश नेपाल से रिश्ते बिगड़ते जा रहे हैं. मोदी सरकार चीन से रिश्ते सुधारने के लिए लगातार प्रयास कर रही है, लेकिन जिस पड़ोसी मुल्क के साथ भारत का सदियों पुराना रोटी-बेटी का रिश्ता है, उसके साथ रिश्ते सुधारने के लिए कोई पहल नहीं की जा रही है.

कांग्रेस ने केंद्र सरकार को दिया सुझाव.

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सांसद टम्टा ने कहा कि सीमा विवाद के चलते भारत-नेपाल के बीच रिश्ते बेहद खराब स्थिति से गुजर रहे है. ऐसे में केंद्र सरकार को तुरंत नेपाल से वार्ता कर सीमा विवाद को जल्द से जल्द सुलझा लेना चाहिए. ताकि दोनों मित्र राष्ट्रों के बीच फिर से सौहार्दपूर्ण रिश्ते कायम हो सके.

बता दें कि नेपाल ने भारत के कालापानी, लिपुलेख और लिम्पियाधुरा तक के इलाके को अपने मानचित्र में शामिल कर लिया है, ये वो इलाके है जो भारत को चीन और नेपाल सीमा से जोड़ते हैं. नेपाल ने चीन को जोड़ने वाली लिपुलेख सड़क पर भी अपना दावा जताया है. वर्तमान में पिथौरागढ़ जिले से लगी सीमाओं पर चीन और नेपाल सुरक्षा तंत्र मजबूत कर रहे है, जो भारत के लिए चिंता का सबब बना हुआ है.

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