पिथौरागढ़: आदमखोर गुलदार के हमले में घायल बच्चे की जिला चिकित्सालय में मौत हो गई है. गौरतलब है कि नेपाली मूल के देवराज पर गुलदार ने बीते माह 17 तारीख को हमला किया था. देवराज को पौढ़ के ग्रामीणों की मदद से बरेली इलाज के भेजा गया था, लेकिन आर्थिक हालत खराब होने के कारण फिर उसका पिथौरागढ़ जिला चिकित्सालय में ही इलाज चल रहा था. हालांकि वन विभाग की तरफ से देवराज के इलाज के लिए कोई मदद नहीं दी गई. जिसको लेकर वन विभाग के खिलाफ लोगों में खासा आक्रोश है.
17 अक्टूबर को जिला मुख्यालय से सटे पौंण गांव में आदमखोर गुलदार ने नेपाली मूल के आठ वर्षीय देवराज पर हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था. जिसकी आज (शनिवार) जिला अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गयी. नेपाली मूल का होने के कारण वन विभाग ने इलाज के लिए कोई मुआवजा नहीं दिया. जिसको लेकर लोगों में वन विभाग के खिलाफ भारी गुस्सा है. पौंण गांव के ग्रामीणों ने आज जिलाधिकारी से मिलकर परिजनों को तत्काल मुआवजा दिलाने की मांग की. ग्रामीणों का कहना है कि अगर बच्चे का उचित इलाज किया जाता तो उसकी जान बच सकती थी.
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जिलाधिकारी विजय कुमार जोगदंडे ने बताया कि तहसील प्रशासन के माध्यम से बच्चे के दाह संस्कार के लिए तत्काल सहायता देने के निर्देश दिए गए है, साथ ही मुआवजे की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए वन विभाग को निर्देश दिए गए है. बता दें कि पिथौरागढ़ में अब तक गुलदार के हमले में 4 लोगों की मौत हो गई है.