पिथौरागढ़: जीएसटी के विरोध में जिले में व्यापारियों ने प्रदर्शन किया. व्यापारियों का कहना है कि जीएसटी लागू करते वक्त केन्द्र सरकार ने भरोसा दिलाया था कि इससे व्यापारियों को राहत मिलेगी. लेकिन हकीकत ये है कि 500 से अधिक संसोधन होने के बाद भी व्यापारियों की दिक्कतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं.
वहीं, जीएसटी से व्यापारियों को हो रही समस्याओं को लेकर पिथौरागढ़ जिले के व्यापारियों ने वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण को एसडीएम के माध्यम से ज्ञापन भेजा. व्यापारियों का कहना है कि जीएसटी नियमावली में व्यापक संशोधन के चलते व्यापार कर पाना सम्भव नहीं है. व्यापारियों ने मांग की है कि एमनेस्टी स्कीम तुरन्त लायी जाए, जिससे कि 50 लाख तक की बिक्री करने पर व्यापारियों को आउटपुट टैक्स का 1 प्रतिशत ही जमा करना हो. साथ ही कर की दर 0 प्रतिशत, 5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत होनी चाहिए.
ये भी पढ़ेंः मनरेगा कर्मचारियों की हड़ताल जारी, सरकार पर लगाया शोषण का आरोप
साथ ही रिवाइज्ड रिटर्न का प्रावधान हो और जीएसटी में सजा का प्रावधान खत्म हो. गलत राशि भरने पर रिफंड समायोजन का प्रावधान हो. इसके साथ ही कॉमन सर्विसेज पर दिए गए जीएसटी का इनपुट दिया जाए. सीमित क्षेत्र में बिकने वाले ब्रांड को शून्य जीएसटी में रखा जाए. साथ ही तिलहन, तेल और मसाले को शून्य जीएसटी की श्रेणी में शामिल किया जाए. जीएसटी रिटर्न फ़ाइल करते समय अंतरराज्यीय बिक्री की जानकारी ना मांगी जाए. अग्रिम प्राप्त रकम पर जीएसटी जमा करने का प्रावधान खत्म हो. इसके अलावा बिलवाइज स्टॉक का विवरण नहीं लिया जाए और स्क्रूटनी का प्रावधान समाप्त हो.