पिथौरागढ़: जिले के प्रशिक्षित बेरोजगारों ने भर्तियां खोलने की मांग की है. बेरोजगारों का कहना है कि बीते 15 सालों से उत्तराखंड में बीपीएड और एमपीएड के लिए कोई भर्ती नहीं खोली गई है. साथ ही बेरोजगारों ने जिनकी उम्र अधिक हो रही है, उन्हें छूट देने की भी मांग की है.
बता दें कि पिथौरागढ़ में बीपीएड और एमपीएड प्रशिक्षित युवा बेरोजगारों ने भर्तियां खोलने की मांग की है. प्रशिक्षित बेरोजगारों का कहना है कि सालों बाद भी उनकी नियुक्ति को लेकर मामला अधर में लटका हुआ है. उन्होंने दिल्ली, झारखंड की तर्ज पर प्रदेश में नियम लागू करने की मांग की है. बेरोजगारों का कहना है कि वे लंबे समय से नियुक्ति को लेकर दर-दर भटक रहे हैं, मगर उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है. उन्होंने सरकार से प्राथमिक विद्यालयों में वर्षवार और वरिष्ठता के आधार पर नियुक्ति करने की मांग की है.
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साथ ही उच्च प्राथमिक शासकीय और अशासकीय विद्यालयों में व्यायाम पद सृजित कर शारीरिक शिक्षक की नियुक्ति करने की मांग की है. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर भविष्य में विज्ञप्ति जारी होती है तो बेरोजगारों को तीन साल की छूट दी जाए. बेरोजगारों ने प्रदेश के सभी विद्यालयों में खेल व शारीरिक शिक्षा अनिवार्य करने की भी मांग की है.