पिथौरागढ़: चीन बॉर्डर को जोड़ने वाली तवाघाट-सोबला सड़क से गुजरना मौत को दावत देने से कम नहीं है. सामरिक नजरिए से अहम इस रोड पर जगह-जगह भारी बोल्डर गिर रहे हैं. आलम ये है कि इस रोड से गुजरने वाले अपनी जिंदगी को हथेली पर रखने को मजबूर हैं. बीते एक महीने से ये सड़क बंद हैं. सड़क के बंद होने से करीब 50 हजार का आबादी के साथ ही सुरक्षा बलों को भी खासी दिक्कतें उठानी पड़ रही है.
दरअसल, चीन सीमा से लगी दारमा घाटी को जोड़ने वाला तवाघाट-सोबला मोटरमार्ग बेहद खतरनाक बना हुआ है. खेत और छिरकिला के बीच पहाड़ी से लगातार बड़े-बड़े बोल्डर गिर रहे हैं. जिसके चलते बॉर्डर पर तैनात सुरक्षा बलों के साथ ही स्थानीय लोग रोज जान जोखिम में डालकर आवाजाही करने को मजबूर हैं. ये सड़क ग्रीफ के अधीन है और बीते एक माह से बंद पड़ी है.
ये भी पढ़ेंः उफनती नदी में गिरने से बाल-बाल बचा युवक, सीढ़ी पर अटकी ग्रामीणों की 'जान'
बताया जा रहा है कि बीआरओ के पास बजट न होने के कारण ये सड़क नहीं खुल पाई है. स्थानीय लोग लगातार मार्ग को खोलने की गुहार लगा रहे हैं. सड़क बंद होने से क्षेत्र के लोगों के साथ ही सेना के जवानों को भी चौकी तक पहुंचने के लिए कई किमी पैदल चलना पड़ रहा है. इतना ही नहीं दारमा घाटी में जरूरी सामान के दोगुने दाम भी चुकाने पड़ रहे हैं.