ETV Bharat / state

सड़क निर्माण में BRO कर रहा नियंत्रित ब्लास्टिंग, प्राकृतिक आपदाओं को दे रही न्योता

सड़क सीमा संगठन चीन सीमा तक जाने वाली सड़क निर्माण में नियमों की धज्जियां उड़ा रहा है, जिस कारण भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है.

नियमों की धज्जियां उड़ा रहा BRO
author img

By

Published : Jun 23, 2019, 12:21 PM IST

पिथौरागढ़: भूकंप के लिहाज से जोन 5 में बसे धारचूला क्षेत्र में सड़क निर्माण के दौरान बीआरओ द्वारा की जा रही अंधाधुंध ब्लास्टिंग प्राकृतिक आपदाओं को निमंत्रण दे रही है. सड़क निर्माण में भारी मात्रा में एक्सप्लोसिव का प्रयोग कर पहाड़ों को खोखला किया जा रहा है. जिस कारण भूस्खलन की संभावनाएं बढ़ गयी हैं. साथ ही लाइफ लाइन कही जाने वाली सड़क स्लाइडिंग जोन में तब्दील हो चुकी है.

नियमों की धज्जियां उड़ा रहा BRO.

चीन सीमा तक सड़क पहुंचाने की जल्द बाजी में सड़क सीमा संगठन नियमों की धज्जियां उड़ा रहा है. हार्ड रॉक को मशीनों से काटने के बजाए एक्सप्लोसिव का प्रयोग कर पहाड़ों को जर्जर किया जा रहा है. मानसून सीजन में ये जर्जर पहाड़ किसी भी वक्त भूस्खलन की चपेट में आ सकते हैं.

पढ़ें- कॉर्बेट आने वाले सैलानियों के लिए बुरी खबर, अब ढिकाला रेंज में नहीं कर पाएंगे रात्रि विश्राम

लखनपुर से नजंग तक सड़क निर्माण के दौरान की गई अनियंत्रित ब्लास्टिंग में अब तक बीआरओ के कर्मचारियों समेत दर्जन भर जिंदगियां मौत के मुंह में समा चुकी हैं. अगर बीआरओ ने मनमानी ब्लास्टिंग बंद नहीं की तो सीमांत क्षेत्रों को मुख्यधारा से जोड़ने वाली ये सड़क लोगों के लिए अभिशाप बन जाएगी.

पिथौरागढ़: भूकंप के लिहाज से जोन 5 में बसे धारचूला क्षेत्र में सड़क निर्माण के दौरान बीआरओ द्वारा की जा रही अंधाधुंध ब्लास्टिंग प्राकृतिक आपदाओं को निमंत्रण दे रही है. सड़क निर्माण में भारी मात्रा में एक्सप्लोसिव का प्रयोग कर पहाड़ों को खोखला किया जा रहा है. जिस कारण भूस्खलन की संभावनाएं बढ़ गयी हैं. साथ ही लाइफ लाइन कही जाने वाली सड़क स्लाइडिंग जोन में तब्दील हो चुकी है.

नियमों की धज्जियां उड़ा रहा BRO.

चीन सीमा तक सड़क पहुंचाने की जल्द बाजी में सड़क सीमा संगठन नियमों की धज्जियां उड़ा रहा है. हार्ड रॉक को मशीनों से काटने के बजाए एक्सप्लोसिव का प्रयोग कर पहाड़ों को जर्जर किया जा रहा है. मानसून सीजन में ये जर्जर पहाड़ किसी भी वक्त भूस्खलन की चपेट में आ सकते हैं.

पढ़ें- कॉर्बेट आने वाले सैलानियों के लिए बुरी खबर, अब ढिकाला रेंज में नहीं कर पाएंगे रात्रि विश्राम

लखनपुर से नजंग तक सड़क निर्माण के दौरान की गई अनियंत्रित ब्लास्टिंग में अब तक बीआरओ के कर्मचारियों समेत दर्जन भर जिंदगियां मौत के मुंह में समा चुकी हैं. अगर बीआरओ ने मनमानी ब्लास्टिंग बंद नहीं की तो सीमांत क्षेत्रों को मुख्यधारा से जोड़ने वाली ये सड़क लोगों के लिए अभिशाप बन जाएगी.

Intro:पिथौरागढ़: जॉन फाइव में बसे धारचूला क्षेत्र में सड़क निर्माण के दौरान बीआरओ द्वारा की जा रही अंधाधुंध ब्लास्टिंग प्राकृतिक आपदाओं को निमंत्रण दे रही है। सड़क निर्माण में भारी मात्रा में एक्सप्लोसिव पदार्थों का प्रयोग कर पहाड़ों को खोखला किया जा रहा है। जिस कारण भूस्खलन की संभावनाएं बढ़ गयी है, साथ ही लाइफलाईन कही जाने वाली सड़क स्लाइडिंग जोन में तब्दील हो चुकी है। चीन सीमा तक सड़क पहुंचाने की जल्दीबाजी में सड़क सीमा संगठन कायदे-कानूनों की धज्जियां उड़ा रहा है। हार्ड रॉक को मशीनों से काटने के बजाए एक्सप्लोसिव का प्रयोग कर पहाड़ों को जर्जर किया जा रहा है। मानसून सीजन में ये जर्जर पहाड़ किसी भी वक्त भूस्खलन की चपेट में आ सकते है। लखनपुर से नजंग तक सड़क निर्माण के दौरान की गई अनियंत्रित ब्लास्टिंग में अब तक बीआरओ के कर्मचारियों समेत दर्जन भर जिंदगियां मौत के मुंह में समा चुकी है। अगर बीआरओ ने मनमानी ब्लास्टिंग बंद नही की तो सीमांत क्षेत्रों को मुख्यधारा से जोड़ने वाली ये सड़क लोगों के लिए अभिशाप बन जाएगी। Byte1: सुरेंद्र सिंह, स्थानीय Byte2: आर एन बिंधानी, जेई सिविल, बीआरओ


Body:पिथौरागढ़: जॉन फाइव में बसे धारचूला क्षेत्र में सड़क निर्माण के दौरान बीआरओ द्वारा की जा रही अंधाधुंध ब्लास्टिंग प्राकृतिक आपदाओं को निमंत्रण दे रही है। सड़क निर्माण में भारी मात्रा में एक्सप्लोसिव पदार्थों का प्रयोग कर पहाड़ों को खोखला किया जा रहा है। जिस कारण भूस्खलन की संभावनाएं तो बढ़ेंगी ही साथ ही लाइफलाईन कही जाने वाली सड़क स्लाइडिंग जोन में तब्दील हो चुकी है। चीन सीमा तक सड़क पहुंचाने की जल्दीबाजी में सड़क सीमा संगठन कायदे-कानूनों की धज्जियां उड़ा रहा है। हार्ड रॉक को मशीनों से काटने के बजाए एक्सप्लोसिव का प्रयोग कर पहाड़ों को जर्जर किया जा रहा है। मानसून सीजन में ये जर्जर पहाड़ किसी भी वक्त भूस्खलन की चपेट में आ सकते है। लखनपुर से नजंग तक सड़क निर्माण के दौरान की गई अनियंत्रित ब्लास्टिंग में अब तक बीआरओ के कर्मचारियों समेत दर्जन भर जिंदगियां मौत के मुंह में समा चुकी है। अगर बीआरओ ने मनमानी ब्लास्टिंग बंद नही की तो सीमांत क्षेत्रों को मुख्यधारा से जोड़ने वाली ये सड़क लोगों के लिए अभिशाप बन जाएगी। Byte1: सुरेंद्र सिंह, स्थानीय Byte2: आर एन बिंधानी, जेई सिविल, बीआरओ


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.