पिथौरागढ़: जिला मुख्यालय में थियेटर फॉर मास सोसायटी के जरिए ऐपण कार्यशाला आयोजित की गई है. 20 दिनों तक चलने वाली इस कार्यशाला में चुनिंदा 30 युवतियां भाग ले रही हैं. कार्यशाला के जरिए जहां प्रतिभागियों को ऐपण कला की बारिकियों के बारे में बताया जा रहा है. वहीं, उन्हें हर पर्व के हिसाव से ऐपण बनाने का भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है. बीते कुछ सालों में पहाड़ की लड़कियों ने ऐपण कला को रोजगार का माध्यम भी बनाया है, जिसे देखते हुए इस तरह की कार्यशालाएं खासी कारगर साबित हो सकती हैं.
पढ़ें- कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने NSA अजीत डोभाल के बेटे से मांगी माफी
पिथौरागढ़ के ऐतिहासिक लंदन फोर्ट में 20 दिवसीय ऐपण कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है. कुमाऊं की लोक कला ऐपण को संरक्षित करने के उद्देश्य से थियेटर फॉर मास सोसाइटी ने प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया है. 14 दिसम्बर से शुरू हुई इस कार्यशाला का समापन 3 जनवरी को होगा. ऐपण के प्रचार- प्रसार और इसे स्वरोजगार से जोड़ने के लिए आयोजित इस कार्यशाला में महिलाओं और बालिकाओं के साथ ही छोटी उम्र के बच्चे भी प्रतिभाग कर रहे हैं.
थियेटर फॉर मास सोसाइटी के संयोजक महेश बराल ने कहा कि परंपरागत और कलात्मक रूप से ऐपण का काफी महत्व है. कार्यशाला के जरिये जहां लोगों को अपनी संस्कृति से जुड़ने का मौका मिलेगा, साथ ही इसके जरिये स्वरोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा.