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कैलाश मानसरोवर यात्रा से लौटा 16वां दल, तीर्थयात्रियों में दिखा खासा उत्साह

कैलाश मानसरोवर यात्रा पर गया तीर्थयात्रियों का 16 वां दल पिथौरागढ़ मुख्यालय लौट आया है. पिथौरागढ़ पहुंचे कैलाश मानसरोवर यात्रियों ने शहीद स्मारक में शहीदों को श्रद्धांजलि दी. वहीं, केएमवीएन द्वारा यात्रियों को पर्यावरण संरक्षण की शपथ भी दिलाई गई.

कैलाश मानसरोवर यात्रा पूरी कर वापस लौटा 16 वां दल.
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Published : Aug 30, 2019, 10:15 PM IST

पिथौरागढ़: कैलाश मानसरोवर यात्रा पर गया तीर्थयात्रियों का 16 वां दल पिथौरागढ़ मुख्यालय लौट आया है. 54 यात्रियों के इस दल में 12 महिला तीर्थयात्री भी शामिल है. सभी तीर्थयात्री कैलाश पर्वत और मानसरोवर झील के दर्शनों से खासे उत्साहित हैं. विश्व की सबसे दुर्गम तीर्थ यात्रा करने के बाद तीर्थयात्रियों में काफी जोश देखने को मिला.

कैलाश मानसरोवर यात्रा पूरी कर वापस लौटा 16वां दल.

बता दें कि कैलाश मानसरोवर यात्रा अपने अंतिम पड़ाव की ओर है. जिसके चलते 2 दलों को यात्रा पूरी कर लौटना है. वहीं, पिथौरागढ़ पहुंचे कैलाश मानसरोवर यात्रियों ने शहीद स्मारक में शहीदों को श्रद्धांजलि दी. वहीं केएमवीएन द्वारा यात्रियों को पर्यावरण संरक्षण की शपथ भी दिलाई गई. पिथौरागढ़ में लंच के बाद ये दल जागेश्वर धाम (अल्मोड़ा) के लिए रवाना हो गया है. आज जागेश्वर धाम में रात्रिविश्राम करने के बाद कल दल दिल्ली के लिए रवाना होगा.

ये भी पढ़े: पीएम मोदी के भाई गंगा आरती में हुए शामिल, बोले- तीर्थनगरी से बेहतर आध्यात्मिक स्थान कोई नहीं

यात्रियों का कहना है कि भगवान भोले के दर्शनों की अनुभूति को शब्दों में बयां करना मुश्किल है. इसे सिर्फ वही समझ सकता है जिसे यात्रा में शामिल होने का मौका मिलता है. यात्रियों ने कहा कि हर किसी को जीवन मे एक बार कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर जरूर जाना चाहिए. इस मौके पर तीर्थयात्रियों ने यात्रा के सफल संचालन के लिए केएमवीएन और आईटीबीपी का शुक्रिया भी अदा किया.

पिथौरागढ़: कैलाश मानसरोवर यात्रा पर गया तीर्थयात्रियों का 16 वां दल पिथौरागढ़ मुख्यालय लौट आया है. 54 यात्रियों के इस दल में 12 महिला तीर्थयात्री भी शामिल है. सभी तीर्थयात्री कैलाश पर्वत और मानसरोवर झील के दर्शनों से खासे उत्साहित हैं. विश्व की सबसे दुर्गम तीर्थ यात्रा करने के बाद तीर्थयात्रियों में काफी जोश देखने को मिला.

कैलाश मानसरोवर यात्रा पूरी कर वापस लौटा 16वां दल.

बता दें कि कैलाश मानसरोवर यात्रा अपने अंतिम पड़ाव की ओर है. जिसके चलते 2 दलों को यात्रा पूरी कर लौटना है. वहीं, पिथौरागढ़ पहुंचे कैलाश मानसरोवर यात्रियों ने शहीद स्मारक में शहीदों को श्रद्धांजलि दी. वहीं केएमवीएन द्वारा यात्रियों को पर्यावरण संरक्षण की शपथ भी दिलाई गई. पिथौरागढ़ में लंच के बाद ये दल जागेश्वर धाम (अल्मोड़ा) के लिए रवाना हो गया है. आज जागेश्वर धाम में रात्रिविश्राम करने के बाद कल दल दिल्ली के लिए रवाना होगा.

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यात्रियों का कहना है कि भगवान भोले के दर्शनों की अनुभूति को शब्दों में बयां करना मुश्किल है. इसे सिर्फ वही समझ सकता है जिसे यात्रा में शामिल होने का मौका मिलता है. यात्रियों ने कहा कि हर किसी को जीवन मे एक बार कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर जरूर जाना चाहिए. इस मौके पर तीर्थयात्रियों ने यात्रा के सफल संचालन के लिए केएमवीएन और आईटीबीपी का शुक्रिया भी अदा किया.

Intro:पिथौरागढ़: कैलाश मानसरोवर यात्रा पर गया तीर्थयात्रियों का 16 वां दल पिथौरागढ़ मुख्यालय लौट आया है। 54 यात्रियों के इस दल में 12 महिला तीर्थयात्री भी शामिल है। सभी तीर्थयात्री कैलाश पर्वत और मानसरोवर झील के दर्शनों से खासे उत्साहित है। विश्व की सबसे दुर्गम तीर्थ यात्रा करने के बाद भी तीर्थयात्रियों में जोश की कोई कमी देखने को नही मिल रही। अब कैलाश मानसरोवर यात्रा अपने अंतिम पड़ाव की ओर है और सिर्फ 2 दलों को यात्रा पूरी कर लौटना है।




Body:पिथौरागढ़ पहुंचे कैलाश मानसरोवर यात्रियों ने शहीद स्मारक पहुंचकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इसके साथ ही केएमवीएन द्वारा यात्रियों को पर्यावरण संरक्षण की शपथ भी दिलाई गई । पिथौरागढ़ में लंच के बाद ये दल जागेश्वर धाम (अल्मोड़ा) के लिए रवाना हो गया है। आज जागेश्वर धाम में रात्रिविश्राम कर कल ये दल दिल्ली के लिए रवाना होगा। यात्रियों का कहना है कि भगवान भोले के दर्शनों की अनुभूति को शब्दों में बयां करना मुश्किल है। इसे सिर्फ वही समझ सकता है जिसे यात्रा में शामिल होने का मौका मिलता है। यात्रियों ने कहा कि हर किसी को जीवन मे एक बार कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर जरूर जाना चाहिए। इस मौके पर तीर्थयात्रियों ने यात्रा के सफल संचालन के लिए केएमवीएन और आईटीबीपी का शुक्रिया अदा किया।




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