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पिथौरागढ़ में बादल फटने से मची तबाही, 14 की मौत, अबतक 7 शव मिले - पिथौरागढ़ में बादल फटा

पिथौरागढ़ जिले में बादल फटने से अब तक 14 लोगों की जान जा चुकी है. टांगा में मलबे में दबे 4 और शव बरामद हुए हैं. लापता लोगों की खोजबीन जारी है.

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पिथौरागढ़ में बादल फटने से तबाही, अब तक 14 की मौत
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Published : Jul 21, 2020, 11:12 AM IST

Updated : Jul 21, 2020, 10:07 PM IST

पिथौरागढ़: मुनस्यारी में बादल फटने से अबतक कुल 14 लोगों की मौत हो गई है. इसमें टांगा गांव के 11 और गैला गांव के 3 लोग शामिल है. टांगा गांव में मरने वालों में छह महिलाएं, पांच पुरुष शामिल हैं. जिसमें से रेस्क्यू टीम ने अभी तक 4 शव बरामद कर लिए हैं. जबकि, 7 लापता हैं. टांगा में एक ही परिवार के 6 लोग मौत हो गई है. उधर, गैला में एक ही परिवार के तीन शव बीते दिन बरामद कर लिए थे.

पिथौरागढ़ में बादल फटने से मची तबाही.

बता दें कि बंगापानी तहसील के टांगा और गैला गांव में बादल फटने से मची तबाही का मंजर दिल दहला देने वाला है. भूस्खलन की चपेट में आने से दोनों गांव में 14 जिंदगियां काल के गाल में समा गई. गैला में तीन शव बरामद कर लिए गए हैं, जबकि टांगा में 4 शव बरामद कर लिए गए हैं. अभी भी 7 लोगों के शवों की खोजबीन जारी है. प्रकृति के तांडव ने टांगा गांव को कब्रिस्तान में तब्दील कर दिया है. गांव में चारों तरफ मलबे में दबे शवों को खोजा जा रहा है. जो गांव कभी खुशहाली से आबाद था, वहां अब लोग खौफ के साये में जीने को मजबूर हैं. ये गांव अब अपने वाशिंदों को ही डरा रहा है. गांव के लोग सरकार से विस्थापन की मांग कर रहे हैं.

pithoragarh disaster
आपदा की खौफनाक तस्वीरें.
pithoragarh disater
रेस्क्यू अभियान में जुटी टीम.

ये भी पढ़ेंः कोटद्वार में बादल फटा, एक की मौत, दो लापता

रविवार की रात को बादल फटने से टांगा गांव में 3 मकान और गैला गांव में 2 मकान जमींदोज हो गए थे. इस दोनों घटनाओं में कुल 14 लोग अपने आशियाने के साथ जिंदा दफन हो गए. बंगापानी तहसील के इस इलाके में प्रकृति ने ऐसा तांडव मचाया कि यहां हर ओर पानी और मलवा ही नजर आ रहा है. सड़कें मलवे से पटी है तो पहाड़ों से कई नाले बहने लगे है. ऐसे में प्रशासन के लिए प्रभावित गांवों तक राहत पहुंचना भी किसी चुनौती से कम नहीं है.

pithoragarh disaster
बादल फटने से कई घर जमींदोज..
pithoragarh disaster
मुनस्यारी में बादल फटने से मची तबाही.

बंगापानी तहसील के आपदाग्रस्त टांगा गांव में खोज और बचाव अभियान जारी है. मंगलवार को एनडीआरएफ के 29 और आईटीबीपी के 19 जवान टांगा गांव में रेस्क्यू के लिए पहुंच गए हैं. जबकि, एसडीआरएफ, पुलिस और राजस्व के जवान सोमवार से ही खोज और बचाव कार्य में जुटे हुए हैं. वहीं, जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने मंगलवार को टांगा गांव पहुंचकर हालात का जायजा लिया और आपदा प्रभावितों को मदद का भरोसा भी दिलाया.

गैला गांव में मृतकों के नाम

  • शेर सिंह उम्र 50 वर्ष.
  • गोविंदी देवी पत्नी शेर सिंह, उम्र 45 वर्ष.
  • ममता पुत्री शेर सिंह, उम्र 24 वर्ष.

टांगा गांव में लापता व्यक्तियों के नाम

  • जीत राम पुत्र हुड़किया राम.
  • पार्वती देवी पत्नी जीत राम.
  • तुलसी देवी पत्नी माधो सिंह.
  • दिब्याशू पुत्र गणेश सिंह.
  • कुमारी लक्की पुत्री गणेश सिंह.
  • पुष्पा देवी पत्नी भीम सिंह.
  • प्रतिमा देवी पत्नी खुशाल सिंह .

टांगा गांव में शव बरामद

  • रोशन कुमार पुत्र जीत राम, उम्र 17 वर्ष.
  • माधव सिंह पुत्र चंद्र सिंह, उम्र 70 वर्ष.
  • गणेश सिंह पुत्र माधो सिंह, उम्र 40 वर्ष.
  • हीरा देवी पत्नी गणेश सिंह, उम्र 30 वर्ष.

वहीं, लापता लोगों की प्रशासन की ओर से खोजबीन और शिनाख्त की जा रही है.

पिथौरागढ़: मुनस्यारी में बादल फटने से अबतक कुल 14 लोगों की मौत हो गई है. इसमें टांगा गांव के 11 और गैला गांव के 3 लोग शामिल है. टांगा गांव में मरने वालों में छह महिलाएं, पांच पुरुष शामिल हैं. जिसमें से रेस्क्यू टीम ने अभी तक 4 शव बरामद कर लिए हैं. जबकि, 7 लापता हैं. टांगा में एक ही परिवार के 6 लोग मौत हो गई है. उधर, गैला में एक ही परिवार के तीन शव बीते दिन बरामद कर लिए थे.

पिथौरागढ़ में बादल फटने से मची तबाही.

बता दें कि बंगापानी तहसील के टांगा और गैला गांव में बादल फटने से मची तबाही का मंजर दिल दहला देने वाला है. भूस्खलन की चपेट में आने से दोनों गांव में 14 जिंदगियां काल के गाल में समा गई. गैला में तीन शव बरामद कर लिए गए हैं, जबकि टांगा में 4 शव बरामद कर लिए गए हैं. अभी भी 7 लोगों के शवों की खोजबीन जारी है. प्रकृति के तांडव ने टांगा गांव को कब्रिस्तान में तब्दील कर दिया है. गांव में चारों तरफ मलबे में दबे शवों को खोजा जा रहा है. जो गांव कभी खुशहाली से आबाद था, वहां अब लोग खौफ के साये में जीने को मजबूर हैं. ये गांव अब अपने वाशिंदों को ही डरा रहा है. गांव के लोग सरकार से विस्थापन की मांग कर रहे हैं.

pithoragarh disaster
आपदा की खौफनाक तस्वीरें.
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रेस्क्यू अभियान में जुटी टीम.

ये भी पढ़ेंः कोटद्वार में बादल फटा, एक की मौत, दो लापता

रविवार की रात को बादल फटने से टांगा गांव में 3 मकान और गैला गांव में 2 मकान जमींदोज हो गए थे. इस दोनों घटनाओं में कुल 14 लोग अपने आशियाने के साथ जिंदा दफन हो गए. बंगापानी तहसील के इस इलाके में प्रकृति ने ऐसा तांडव मचाया कि यहां हर ओर पानी और मलवा ही नजर आ रहा है. सड़कें मलवे से पटी है तो पहाड़ों से कई नाले बहने लगे है. ऐसे में प्रशासन के लिए प्रभावित गांवों तक राहत पहुंचना भी किसी चुनौती से कम नहीं है.

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बादल फटने से कई घर जमींदोज..
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मुनस्यारी में बादल फटने से मची तबाही.

बंगापानी तहसील के आपदाग्रस्त टांगा गांव में खोज और बचाव अभियान जारी है. मंगलवार को एनडीआरएफ के 29 और आईटीबीपी के 19 जवान टांगा गांव में रेस्क्यू के लिए पहुंच गए हैं. जबकि, एसडीआरएफ, पुलिस और राजस्व के जवान सोमवार से ही खोज और बचाव कार्य में जुटे हुए हैं. वहीं, जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने मंगलवार को टांगा गांव पहुंचकर हालात का जायजा लिया और आपदा प्रभावितों को मदद का भरोसा भी दिलाया.

गैला गांव में मृतकों के नाम

  • शेर सिंह उम्र 50 वर्ष.
  • गोविंदी देवी पत्नी शेर सिंह, उम्र 45 वर्ष.
  • ममता पुत्री शेर सिंह, उम्र 24 वर्ष.

टांगा गांव में लापता व्यक्तियों के नाम

  • जीत राम पुत्र हुड़किया राम.
  • पार्वती देवी पत्नी जीत राम.
  • तुलसी देवी पत्नी माधो सिंह.
  • दिब्याशू पुत्र गणेश सिंह.
  • कुमारी लक्की पुत्री गणेश सिंह.
  • पुष्पा देवी पत्नी भीम सिंह.
  • प्रतिमा देवी पत्नी खुशाल सिंह .

टांगा गांव में शव बरामद

  • रोशन कुमार पुत्र जीत राम, उम्र 17 वर्ष.
  • माधव सिंह पुत्र चंद्र सिंह, उम्र 70 वर्ष.
  • गणेश सिंह पुत्र माधो सिंह, उम्र 40 वर्ष.
  • हीरा देवी पत्नी गणेश सिंह, उम्र 30 वर्ष.

वहीं, लापता लोगों की प्रशासन की ओर से खोजबीन और शिनाख्त की जा रही है.

Last Updated : Jul 21, 2020, 10:07 PM IST
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