श्रीनगर: पहाड़ी इलाकों में बंदरों के आतंक ने लोगों का जीना दुश्वार कर दिया है. दूसरी तरफ बंदरों का झुंड पहाड़ में खेती को खासा नुकसान पहुंचा रहा है. गढ़वाल क्षेत्र में पौड़ी जिला बंदरों के आतंक से खासा प्रभावित है. खौफ इतना है कि स्कूली बच्चों और राहगीरों को घर के बाहर बंदरों के हमले का डर हमेशा सताता रहता है. ताजा मामला पौड़ी शहर के सर्किट हाउस मोहल्ले का है. यहां छत पर कपड़े सुखाने गई बबिता नेगी नाम की महिला के पीछे बंदरों का झुंड पड़ गया. महिला ने बंदरों की डर से छत से छलांग लगा दी. जिस कारण महिला के दोनों पैर फ्रैक्चर हो गए. महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
वहीं, स्थानीय विधायक राजकुमार पोरी ने अस्पताल में घायल महिला का हाल जाना. इस दौरान स्थानीय लोगों ने विधायक राजकुमार से बंदरों के आतंक से निजात दिलाने की की मांग की. ताकि इस प्रकार की घटना दोबारा ना हो. राजकुमार पोरी ने कहा कि पौड़ी जिले में बंदरों के आतंक से लोग परेशान हैं. इसके लिए वन विभाग को आदेश दिया गया है कि बंदरों को पकड़ने के लिए शहर में पिंजरे लगाए जाएं. उन्होंने कहा कि कोशिश की जाएगी कि जल्द से जल्द पौड़ी शहर को बंदरों के खौफ के निजात मिले.
पहाड़ में खेती को नुकसान पहुंचा रहे बंदर: पहाड़ी इलाकों में किसानों और काश्तकारों के लिए बंदर बड़ी मुसीबत बन गए हैं. बंदर किसान और काश्तकारों की फसल, फल-सब्जी को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा रहे हैं. अपनी फसल को बचाने के लिए किसानों को हर समय खेतों पर निगरानी रखनी पड़ती है. दूसरी तरफ जंगली सूअर भी फसलों को खासा नुकसान पहुंचा रहे हैं. बंदरों की तरह सूअर भी लोगों पर हमला कर रहे हैं.
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