कोटद्वार: उत्तराखंड में पौड़ी जिले के बहुचर्चित वनंत्रा रिजॉर्ट मामले में कोटद्वार सिम्मचौड़ स्थित अपर जिला और सत्र न्यायालय में तीन मुख्य गवाहों की गवाही होनी थी, लेकिन केस का मुख्य गवाह कोटद्वार न्यायालय नहीं पहुंच पाया. गवाही के लिए 17 जुलाई की तारीख तय की गई है. वहीं, गवाही के दौरान तीन आरोपी भी कोर्ट में मौजूद रहे. कोटद्वार न्यायालय में मामले से जुड़े साक्ष्यों की जांच के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी मौजूद रहे.
मामले में 99 गवाहों की होनी है गवाही: सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता जितेंद्र रावत ने बताया कि वनंत्रा रिजॉर्ट प्रकरण में लगभग 99 गवाहों की गवाही होनी है. न्यायालय द्वारा हर महीने दो तारीख लगाई जा रही हैं. हर तारीख में दो से तीन गवाहों को कोर्ट में प्रस्तुत किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार को दोषियों के खिलाफ दोष सिद्ध कर करना चाहिए, ताकि पीड़ित के परिजनों को न्याय मिले.
पीड़ित की मां ने आत्महत्या की दी चेतावनी: उधर, पीड़ित की मां ने सोशल मीडिया पर एक बयान जारी किया है, जिसमें उन्होंने विशेष लोक अभियोजक जितेंद्र रावत को केस से हटाने की गुहार लगाई है. ऐसा न करने पर उन्होंने पति समेत आत्महत्या करने की चेतावनी दी है.
18 सितंबर को लापता हुई थी लड़की: श्रीकोटडोभ गांव निवासी 19 वर्षीय पीड़िता गंगा भोगपुर स्थित वनंत्रा रिसोर्ट से 18 सितंबर को लापता हो गई थी. वनंत्रा रिसोर्ट के मलिक पुलकित आर्य द्वारा लड़की के पिता को इस संबंध में जानकारी दी गई थी. जिसके बाद पिता द्वारा गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई गई और जिलाधिकारी पौड़ी ने लड़की के गुमशुदा केस को रेगुलर पुलिस को हस्तांतरित कर दिया.
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तीनों आरोपियों ने हत्या की कबूली थी बात: रेगुलर पुलिस द्वारा गुमशुदा लड़की के संदेह पर वनंत्रा रिसोर्ट मालिक पुलकित आर्य, दोस्त अंकित गुप्ता और रिसोर्ट मैनेजर सौरभ भास्कर को गिरफ्तार किया गया. वहीं, जब इन सभी से पूछताछ की गई, तो तीनों ने अंकिता की हत्या कर ऋषिकेश गंगा नहर में शव फेंकने की बात बताई.
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