कोटद्वार: सुबह से हो रही तेज बारिश से कोटद्वार शहर के बीचोंबीच बहने वाला पनियाली गदेरा फिर से उफान पर है. गदेरा के उफान पर आने से स्थानीय निवासी दहशत में हैं. बारिश को देख और नाले के उफान पर होने के कारण लोगों ने नाले के किनारे के अपने कमरों को खाली करना शुरू कर दिया है. ये नाला विगत 2 सालों से कोटद्वार नगर के लिए आपदा का सबब बनता आ रहा है. पूर्व में भी नाले के उफान में आने से भारी जानमाल का नुकसान हो चुका है.
गौर हो कि रविवार यानि आज सुबह से ही आसमान में काले बादल छाए हुए हैं और देर रात रूक-रूक कर मूसलाधार बारिश हो रही है. बारिश के चलते पनियाली गदेरा उफान पर है. वहीं बारिश से नगर की सड़कों पर जलभराव की स्थिति पैदा हो गई. लोगों ने कई बार स्थानीय प्रशासन और नगर निगम को इस संदर्भ में शिकायत भी की.
लोगों का कहना है कि किसी भी जिम्मेदार अधिकारी ने लोगों की समस्या को गंभीरता से नहीं लिया. जिससे दिनोंदिन हालात बदतर होते जा रहे हैं. जिससे शहर की सड़कों और गलियों में जलभराव की स्थिति बन रही है. लेकिन समय रहते नगर निगम और स्थानीय प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया.
पढ़ें-प्रदेश के सबसे बड़े जल शक्ति अभियान के तहत 32 मिनट में लगाए गए 3,2000 पेड़
जिस कारण सड़कें तालाब में तब्दील होती नजर आ रही है. साथ ही लोगों को आवाजाही में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. बता दें कि कोटद्वार नगर के मध्य से गुजरने वाला पनियाली गदेरा (बरसाती नाला) बीते दिन से हो रही बारिश के बाद एक बार फिर उफान पर आ गया. जिससे लोगों में दहशत में हैं.