पौड़ी: कोविड के इस दौर में कई लोगों ने अपना रोजगार खोया है. लेकिन इन सब के बीच एक आशा की किरण भी जगी है. मशरूम उत्पादन करने वाले विपिन रावत न केवल मशरूम का उत्पादन कर रहे हैं, बल्कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को स्वरोजगार के लिए प्रेरित भी कर रहे हैं.
मशरूम की खेती के लिए प्रोत्साहित कर रहे ट्रेनर की ओर से लोगों को मशरूम कंपोस्ट बैग के माध्यम से रोजगार दिया जा रहा है. पौड़ी के नागदेव से मशरूम कम्पोस्ट बैग तैयार कर पौड़ी समेत विभिन्न ब्लॉकों तक इनको भेजा जा रहा है, ताकि लोग मशरूम की खेती की शुरूआत करें.
मशरूम उत्पादन के लिए ट्रेनिंग दे रहे हैं विपिन
पौड़ी के रहने वाले मशरूम ट्रेनर विपिन रावत की ओर से बताया गया है कि कोविड के इस दौर में लोगों को मशरूम का प्रशिक्षण देना संभव नहीं है. ऐसे में लगातार जो प्रवासी हमारे गांव में आ रहे हैं, उन्हें स्वरोजगार से जोड़ने के लिए एक शुरूआत की गई है. इसके तहत पौड़ी में मशरूम कंपोस्ट बैग तैयार किए जा रहे हैं. इन्हें विभिन्न ब्लॉकों में भिजवाया जा रहा है ताकि शुरूआती दौर में लोग मशरूम उत्पादन करना सीख सकें.
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कोविड के बाद घर-घर जाकर देंगे ट्रेनिंग
विपिन ने बताया कि कोविड का दौर समाप्त होने के बाद लोगों को घर-घर जाकर मशरूम उत्पादन का प्रशिक्षण दिया जाएगा. ताकि वो लोग आर्थिक रूप से मजबूत हो सकें. वर्तमान में पौड़ी, खिर्सू, कल्जीखाल और बीरोंखाल आदि ब्लॉकों में मशरूम कंपोस्ट बैग भिजवाए जा रहे हैं, ताकि महिलाएं और पुरुष सभी लोग इनको उगाना सीख सकें. आने वाले समय में ब्लॉकों में मशरूम उत्पादन का बेहतर प्रशिक्षण भी दिया जाएगा.