रुद्रप्रयाग/श्रीनगरः ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन निर्माण से धार्मिक स्थलों को नुकसान पहुंच रहा है. निर्माणदायी संस्था ग्रामीणों की पौराणिक धरोहरों को तबाह कर रही हैं. ऐसे में ग्रामीणों में भारी आक्रोश है, जो कभी भी कंपनी के खिलाफ सड़कों पर फूट सकता है. इधर, कीर्तिनगर ब्लॉक के मलेथा गांव में ब्लास्टिंग के चलते लोगों के घरों में दरारें पड़ गई है, जिससे गुस्साए ग्रामीणों ने कीर्तिनगर उप जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर अपना विरोध जाहिर किया. इस दौरान ग्रामीणों ने रेलवे प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
दरअसल, ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल निर्माण से रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय के समीप नरकोटा गांव में प्राचीन शिवालय के प्रांगण और पैदल संपर्क मार्ग को मलबा व बोल्डरों से भारी नुकसान पहुंचा है. जिस कारण ग्रामीणों में खासा आक्रोश बना हुआ है. उन्होंने जिम्मेदार कंपनियों के खिलाफ उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है. मौजूदा समय में नरकोटा गांव में एक तरफ रेलवे परियोजना तो दूसरी ओर ऑल वेदर का काम चल रहा है. ऐसे मे डंपिंग जोन की वजह से भारी मात्रा में बोल्डर और मलबा गांव के प्राचीन शिवालय के प्रांगण एवं पैदल मार्ग को नुकसान पहुंचा रहा है.
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इसी को लेकर ग्रामीणों मे भारी आक्रोश व्याप्त है. उन्होंने साफ चेतवानी दी कि यदि जल्द प्रांगण और पैदल मार्ग को दुरुस्त नहीं किया जाता तो जिम्मेदारी कंपनियों को बड़े आंदोलन के लिए तैयार रहना होगा. इस संबंध में अहम बैठक की जाएगी, जिसमें जरूरी निर्णय लिए जाएंगे. ग्राम प्रधान चंद्रमोहन, रामलीला कमेटी के अध्यक्ष संदीप भट्टकोटी और नवयुवक मंगल दल अध्यक्ष सुनील जोशी ने कहा कि किसी भी कीमत पर कंपनियों की मनमानी बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
मलेथा में ब्लास्टिंग से घरों में पड़ी दरारेंः कीर्तिनगर ब्लॉक के मलेथा गांव के लोग इन दिनों बेहद परेशान हैं. यहां रेलवे की ओर से की जा रही ब्लास्टिंग के चलते लोगों के घरों में दरारें पड़ गई है. जिससे गुस्साए ग्रामीणों ने कीर्तिनगर उप जिलाधिकारी कार्यालय में आ धमके. जहां रेलवे प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की.
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ग्रामीण रामेश्वरी नेगी ने बताया कि रेलवे की ओर से सुबह शाम, देर रात में कभी भी ब्लास्टिंग की जाती है. जिससे ग्रामीणों के मकानों में दरारें आने लगी है. उन्होंने बताया कि रात में सोना भी ग्रामीणों का मुश्किल हो जाता है. बच्चे भी डरने लगते हैं. ग्राम प्राधान अमित कुमार ने बताया कि वे कई बार रेलवे के अधिकारियों के पास ब्लास्टिंग की समस्या से अवगत करा चुके हैं, लेकिन उनकी नहीं सुनी जा रही है.
क्या बोलीं उप जिलाधिकारी सोनिया पंतः उधर, उप जिलाधिकारी सोनिया पंत का कहना है कि उनके पास ग्रामीण समस्या को लेकर आए हैं. जिसको लेकर उन्होंने टीम गठित कर दी है. साथ ही रोस्टर के आधार पर ब्लास्टिंग की जांच की जाएगी. स्थानीय लोगों को कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी.