पौड़ीः मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के गृह क्षेत्र के बंदूण गांव के लोगों ने प्राकृतिक जल स्रोत को बचाने के लिए पैदल रैली निकाली. इस दौरान ग्रामीणों ने तहसील परिसर पहुंचकर जमकर नारेबाजी की. साथ ही शासन-प्रशासन से सड़क निर्माण के दौरान प्राकृतिक जल स्रोत को बचाने की मांग की. उनका कहना है कि सड़क का निर्माण उनके जल स्रोत के ऊपर से किया जा रहा है. जिससे उनके जल स्रोत का अस्तित्व खतरे में आ गया है.
दरअसल, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के गांव खैरासैंड से सटे बंदूण गांव के लिए पीएमजीएसवाई के तहत सड़क का निर्माण किया जा रहा है. जिसकी कटिंग प्राकृतिक जल स्रोत के ऊपर से की जा रही है. ऐसे में ग्रामीण प्राकृतिक जल स्रोत के सूखने के डर से विरोध में उतर गए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि सड़क निर्माण के चलते उनका प्राकृतिक स्रोत समाप्त हो जाएगा. जिससे करीब 800 से 900 की आबादी को पानी के संकट से जुझना पड़ेगा.
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उनकी मांग है कि सड़क को जल स्रोत के नीचे से ले जाया जाए. जिससे प्राकृतिक स्रोत समाप्त ना हो. उन्होंने कहा कि जल स्रोत से ही ग्रामीणों को पानी मिल पाता है. साथ ही इसी से ही अपनी खेती बाड़ी करते हैं. ऐसे में शासन प्रशासन सड़क का निर्माण दूसरी ओर से करें. बावजूद मामले को गंभीरता से नहीं लिया जाता है तो ग्रामीण आत्मदाह करने को मजबूर हो जाएंगे.
वही, मामले पर सतपुली के तहसीलदार सुरेश डबराल का कहना है कि ग्रामीणों की ओर से मांग की जा रही है कि सड़क का निर्माण पानी के स्रोत के नीचे से किया जाए. जिससे प्राकृतिक जल स्रोत बचा रहे. साथ ही कहा कि ग्रामीणों ने उन्हें एक मांग पत्र सौंपा है. उनके मांग पत्र को जिलाधिकारी के पास भेजा जा रहा है. अब आगे की कार्रवाई जिलाधिकारी स्तर पर की जाएगी.