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पौड़ी जिले में सुस्त पड़ी किशोरों के टीकाकरण की रफ्तार, ये है कारण

इन दिनों 15 से 18 आयु वर्ग के किशोर और किशोरियों का टीकाकरण अभियान चल रहा है. उत्तराखंड में 3 जनवरी को ये अभियान खुद मुख्यमंत्री के हाथों शुरू हुआ था. पौड़ी जिले में अभियान थोड़ा ढीला पड़ता दिखाई दे रहा है. दरअसल पौड़ी के शिक्षण संस्थानों में छुट्टियां होने के कारण किशोर टीकाकरण के लिए कम संख्या में पहुंच रहे हैं.

Vaccination campaign of adolescents
15 से 18 आयुवर्ग का टीकाकरण
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Published : Jan 7, 2022, 11:42 AM IST

Updated : Jan 7, 2022, 12:24 PM IST

पौड़ी: 3 जनवरी से उत्तराखंड में 15 से 18 आयु वर्ग के किशोर और किशोरियों का टीकाकरण शुरू हुआ था. कहा गया था कि एक हफ्ते में अभियान को चरम पर पहुंचा दिया जाएगा. लेकिन बहुत कम किशोर टीका लगवाने पहुंच रहे हैं. इसका बड़ा कारण इन दिनों छुट्टियों का होना है.

ठंडियों की छुट्टियों के बीच पौड़ी जनपद के सभी स्कूलों में 15 से 18 वर्ष की उम्र के किशोर-किशोरियों के कोविड टीकाकरण अभियान को लेकर स्वास्थ्य विभाग के सामने चुनौतियां खड़ी हो गई हैं. छुट्टियों के चलते टीकाकरण करवाने पहुंच रहे किशोरों की संख्या बहुत कम दिखाई दे रही है. इसके चलते शिक्षा विभाग और स्वास्थ्य विभाग ने आज एक समीक्षा बैठक रखी.

सुस्त पड़ा किशोरों का टीकाकरण

शिक्षा विभाग और स्वास्थ्य विभाग की बैठक में मुख्य शिक्षा अधिकारी आनंद भारद्वाज व एसीएमओ डॉ रमेश कुमार ने 10 जनवरी तक 35 हजार से अधिक किशोर-किशोरियों का टीकाकरण कराने के लक्ष्य को लेकर चर्चा की.

एसीएमओ डॉ रमेश कुमार ने वैक्सीनेशन के आंकड़े को सामान्य बताया. उन्होंने कहा कि हर दिन ज्यादा से ज्यादा किशोरों को टीके लगाने का लक्ष्य रखा गया है. अगर ऐसी दिक्कत आ रही है तो इसको जल्द से जल्द दूर किया जाएगा. टीका लगाना स्वाथ्य विभाग की प्रमुख प्राथमिकता है.

ये भी पढ़ें: टीकाकरण के पहले दिन देश में 40 लाख से अधिक किशोरों ने ली कोविड टीके की पहली खुराक

वहीं मुख्य शिक्षा अधिकारी ने बताया कि समीक्षा के दौरान कुछ ब्लॉकों में वैक्सीनेशन का आंकड़ा टारगेट से ऊपर चल रहा है. कई ब्लॉकों में इस आंकड़े को बढ़ाने के लिए कार्य किए जा रहे हैं. इसलिए इस आंकड़े को बढ़ाने के लिए जिन स्कूलों में वैक्सीनेशन कार्य चल रहा है, वहां के प्रधानाचार्य को नोडल अधिकारी बना दिया गया है. जो भी शिक्षक व कर्मचारी छुट्टी के दौरान भी कार्य करेंगे उन्हें उपार्जित अवकाश दिया जाएगा. अच्छा कार्य करने वालों को 26 जनवरी को सम्मानित किया जाएगा.

पौड़ी: 3 जनवरी से उत्तराखंड में 15 से 18 आयु वर्ग के किशोर और किशोरियों का टीकाकरण शुरू हुआ था. कहा गया था कि एक हफ्ते में अभियान को चरम पर पहुंचा दिया जाएगा. लेकिन बहुत कम किशोर टीका लगवाने पहुंच रहे हैं. इसका बड़ा कारण इन दिनों छुट्टियों का होना है.

ठंडियों की छुट्टियों के बीच पौड़ी जनपद के सभी स्कूलों में 15 से 18 वर्ष की उम्र के किशोर-किशोरियों के कोविड टीकाकरण अभियान को लेकर स्वास्थ्य विभाग के सामने चुनौतियां खड़ी हो गई हैं. छुट्टियों के चलते टीकाकरण करवाने पहुंच रहे किशोरों की संख्या बहुत कम दिखाई दे रही है. इसके चलते शिक्षा विभाग और स्वास्थ्य विभाग ने आज एक समीक्षा बैठक रखी.

सुस्त पड़ा किशोरों का टीकाकरण

शिक्षा विभाग और स्वास्थ्य विभाग की बैठक में मुख्य शिक्षा अधिकारी आनंद भारद्वाज व एसीएमओ डॉ रमेश कुमार ने 10 जनवरी तक 35 हजार से अधिक किशोर-किशोरियों का टीकाकरण कराने के लक्ष्य को लेकर चर्चा की.

एसीएमओ डॉ रमेश कुमार ने वैक्सीनेशन के आंकड़े को सामान्य बताया. उन्होंने कहा कि हर दिन ज्यादा से ज्यादा किशोरों को टीके लगाने का लक्ष्य रखा गया है. अगर ऐसी दिक्कत आ रही है तो इसको जल्द से जल्द दूर किया जाएगा. टीका लगाना स्वाथ्य विभाग की प्रमुख प्राथमिकता है.

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वहीं मुख्य शिक्षा अधिकारी ने बताया कि समीक्षा के दौरान कुछ ब्लॉकों में वैक्सीनेशन का आंकड़ा टारगेट से ऊपर चल रहा है. कई ब्लॉकों में इस आंकड़े को बढ़ाने के लिए कार्य किए जा रहे हैं. इसलिए इस आंकड़े को बढ़ाने के लिए जिन स्कूलों में वैक्सीनेशन कार्य चल रहा है, वहां के प्रधानाचार्य को नोडल अधिकारी बना दिया गया है. जो भी शिक्षक व कर्मचारी छुट्टी के दौरान भी कार्य करेंगे उन्हें उपार्जित अवकाश दिया जाएगा. अच्छा कार्य करने वालों को 26 जनवरी को सम्मानित किया जाएगा.

Last Updated : Jan 7, 2022, 12:24 PM IST
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