श्रीनगर गढ़वाल: प्रदेश की पहली आधुनिक दुग्ध डेयरी का नींव श्रीनगर में रखी गई. प्रदेश के दुग्ध एव सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत ने आंचल डेयरी के समीप डेयरी का भूमि पूजन किया. प्रदेश की पहली सहकारी दुग्ध डेयरी को बनाने के लिए 92 लाख रुपये का व्यय आएगा. इसके लिए 37 लाख रुपये शासन द्वारा अवमुक्त कर दिए गए हैं. उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि श्रीनगर को नगर निगम बनाये जाने के प्रस्ताव को हरी झंडी मिल चुकी है. इस फैसले से स्थानीय लोगों में खुशी की लहर है.
इस आधुनिक डेयरी में अन्य प्रदेशों से लाई गई 50 उन्नत किस्म की गायों को रखा जाएगा. इनसे निकले दूध और अन्य खाद्य पदार्थों की बाजार में बिक्री की जाएगी. साथ ही साथ ग्रामीण क्षेत्रों के किसानों को प्रशिक्षित किया जाएगा. जिसमें गायों का रख-रखाव किया जाएगा. इस दौरान राज्य मंत्री धन सिंह रावत ने सहकारी समिति से जुड़े हुए लोगों को दुग्ध किट सहित सहायता राशि के चेक भी वितरित किए.
धन सिंह रावत ने कहा कि डेयरी के बनाये जाने से जहा आंचल को फायदा मिलेगा, वहीं इससे जुड़ने के बाद कृषक दुग्ध उद्योग में अच्छा मुनाफा कमा सकेंगे. उन्होंने बताया कि सरकार दुग्ध व्यवसाय से कृषकों को जोड़ने के लिए अनुदान के जरिए गायें भी दे रही है, ताकि वे आंचल के साथ जुड़कर अपना दुग्ध व्यापार भी बढ़ा सकें.
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श्रीनगर के लिए नगर निगम की राह खुली
वहीं, लबे इंतजार के बाद श्रीनगर को बड़ी सौगात मिलने जा रही है. श्रीनगर को नगर निगम बनाए जाने के प्रस्ताव को हरी झंडी मिल गई है. जिसके बाद श्रीनगरवासियों में खुशी की लहर है. श्रीनगर के स्थानीय विधायक और उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि सभी को साथ लेकर श्रीनगर नगर निगम की ओर अपना कदम आगे बढ़ाएंगे.
धन सिंह रावत ने कहा कि नगर निगम बनने के बाद श्रीनगर का चौतरफा विकास हो सकेगा. साथ मे बजट की सीमा भी 100 करोड़ रुपये होगी. जिससे श्रीनगर में पार्क से लेकर अच्छी सड़कों का निर्माण हो सकेगा. उन्होंने कहा कि जल्दी ही ये सुनिश्चित किया जाएगा कि किन-किन क्षेत्रों को श्रीनगर नगर निगम में जोड़ा जाएगा.
बता दें कि चौरास और कीर्तिनगर के लोग नगर निगम में शामिल होने का विरोध कर रहे हैं. इससे पूर्व कांग्रेस काल में भी श्रीनगर को नगर निगम बनाने की कवायद की जा रही थी. लेकिन इस कार्य को अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका था.