श्रीनगरः कीर्तिनगर ब्लॉक में स्थायी उपजिलाधिकारी की नियुक्ति को लेकर उत्तराखंड क्रांति दल की कीर्तिनगर इकाई पिछले एक सप्ताह से उपजिलाधिकारी कार्यालय में धरने पर डटी हुई है. यूकेडी कार्यकर्ताओं की मांग है कि जंगली जानवर के हमले से मरने वाले के परिवार को 15 लाख रुपए और मृतक आश्रित को नौकरी मिलनी चाहिए. साथ ही उनका आरोप है कि पिछले एक साल में कीर्तिनगर से उपजिलाधिकारियों का लगातार स्थानांतरण किया जा रहा है, इससे ब्लॉक के सारे विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं.
उपजिलाधिकारियों के ट्रांसफर होने से गुस्साए यूकेडी कार्यकर्ताओं का आक्रोश कम नहीं हो रहा है. यूकेडी का आरोप है कि कुछ लोग अपने स्वार्थ पूर्ति के लिए कीर्तिनगर में उपजिलाधिकारियों को टिकने नहीं दे रहे हैं.
कार्यकर्ताओं ने अपने आंदोलन में एक ओर मांग को जोड़ा है. उनकी मांग है कि जिन लोगों की जंगली जानवरों के हमले में मौत होती है, उसमें वन विभाग द्वारा दिये जाने वाले मुआवजे में वृद्धि की जानी चाहिए. राहत राशि को 3 लाख रुपए से बढ़ाकर 15 लाख और साथ ही मृतक आश्रित को नौकरी भी दी जानी चाहिए.
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बता दें कि कुछ दिन पहले मलेथा गांव में एक महिला की गुलदार के हमले में मौत हो गई थी. जिसमें वन विभाग महिला के परिजनों को तीन लाख रुपए दे रहा है, जो नाकाफी है. यूकेडी कार्यकर्ताओं ने इस सम्बद्ध में राज्य सरकार को प्रदेश स्तरीय आंदोलन की चेतावनी दी है.