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पौड़ीः महिला अस्पताल में तैनात दो डॉक्टरों का तबादला, लोगों का चढ़ा पारा

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Published : Jan 11, 2020, 3:23 PM IST

प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं का हाल किसी से छुपा नहीं हैं. जहां एक ओर सरकार पर्वतीय क्षेत्रों में डॉक्टरों की तैनाती का दावा करती दिखाई देती हैं वहीं दूसरी ओर चिकित्सकों के धड़ल्ले से ट्रांसफर किए जा रहे हैं. जिसका असर क्षेत्र के स्वास्थ्य सुविधाओं में पड़ रहा है.

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डॉक्टरों का तबादला

पौड़ीः सूबे में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की बदहाल स्थिति किसी से छिपी नहीं है. आलम ये है कि सरकारी अस्पतालों में न तो पर्याप्त डॉक्टर हैं और न ही संसाधन, जिसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ता है. लाख कोशिश के बावजूद भी सरकार डॉक्टरों की तैनाती पर्वतीय अंचलों में नहीं कर पा रही है. जिससे लोगों को उचित स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिल पा रही है. जहां पहाड़ पहले से ही डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा है. वहीं, अब शासन ने महिला अस्पताल में तैनात दो महिला डॉक्टरों का मैदानी क्षेत्रों में तबादला कर दिया है. ऐसे में अब स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराने की पूरी उम्मीद है.

महिला अस्पताल में तैनात दो डॉक्टरों का तबादला.

दरअसल, पौड़ी महिला अस्पताल में तैनात स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर मेघना असवाल और विनीता सयाना को शासन ने देहरादून तबादला कर दिया है. जिसके बाद अस्पताल में तैनात अन्य डॉक्टरों पर मरीजों को देखने का बोझ बढ़ सकता है.

वहीं तबादले के बाद अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराने का अंदेशा जताया जा रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि पहले इन डॉक्टरों की मदद से अस्पताल की हालत सुधर रही थी, लेकिन दोनों डॉक्टरों के तबादले के बाद अस्पताल की व्यवस्था दोबारा से लचर हो सकती है.

ये भी पढे़ंः देहरादून: लंबे समय से 'गायब' चल रहे डॉक्टरों पर गाज गिरनी तय, CMO ने जारी किए नोटिस

स्थानीय निवासी विपिन रावत ने कहा कि प्रदेश सरकार पहाड़ विरोधी रही है. मैदानी क्षेत्रों में सारी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है, लेकिन पहाड़ को उपेक्षित रखा जा रहा है. जिससे पहाड़ खाली होते जा रहे हैं.

वहीं, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. विनीता का कहना है वर्तमान में जिला अस्पताल में 2 डॉक्टर कार्यरत हैं. डॉक्टर मेघना असवाल के तबादले के बाद श्रीनगर में अटैच डॉक्टर जल्द वापसी करेंगी. जिससे पहले की तरह ही व्यवस्थाओं को पटरी पर लाया जाएगा.

पौड़ीः सूबे में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की बदहाल स्थिति किसी से छिपी नहीं है. आलम ये है कि सरकारी अस्पतालों में न तो पर्याप्त डॉक्टर हैं और न ही संसाधन, जिसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ता है. लाख कोशिश के बावजूद भी सरकार डॉक्टरों की तैनाती पर्वतीय अंचलों में नहीं कर पा रही है. जिससे लोगों को उचित स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिल पा रही है. जहां पहाड़ पहले से ही डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा है. वहीं, अब शासन ने महिला अस्पताल में तैनात दो महिला डॉक्टरों का मैदानी क्षेत्रों में तबादला कर दिया है. ऐसे में अब स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराने की पूरी उम्मीद है.

महिला अस्पताल में तैनात दो डॉक्टरों का तबादला.

दरअसल, पौड़ी महिला अस्पताल में तैनात स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर मेघना असवाल और विनीता सयाना को शासन ने देहरादून तबादला कर दिया है. जिसके बाद अस्पताल में तैनात अन्य डॉक्टरों पर मरीजों को देखने का बोझ बढ़ सकता है.

वहीं तबादले के बाद अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराने का अंदेशा जताया जा रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि पहले इन डॉक्टरों की मदद से अस्पताल की हालत सुधर रही थी, लेकिन दोनों डॉक्टरों के तबादले के बाद अस्पताल की व्यवस्था दोबारा से लचर हो सकती है.

ये भी पढे़ंः देहरादून: लंबे समय से 'गायब' चल रहे डॉक्टरों पर गाज गिरनी तय, CMO ने जारी किए नोटिस

स्थानीय निवासी विपिन रावत ने कहा कि प्रदेश सरकार पहाड़ विरोधी रही है. मैदानी क्षेत्रों में सारी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है, लेकिन पहाड़ को उपेक्षित रखा जा रहा है. जिससे पहाड़ खाली होते जा रहे हैं.

वहीं, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. विनीता का कहना है वर्तमान में जिला अस्पताल में 2 डॉक्टर कार्यरत हैं. डॉक्टर मेघना असवाल के तबादले के बाद श्रीनगर में अटैच डॉक्टर जल्द वापसी करेंगी. जिससे पहले की तरह ही व्यवस्थाओं को पटरी पर लाया जाएगा.

Intro:उत्तराखंड बनने के बाद प्रदेश की सरकारों ने डॉक्टरों को पहाड़ों में चढ़ाने के तमाम प्रयास किए लेकिन वह सभी प्रयास विफल साबित होते चले गए कुछ डॉक्टर जो पहाड़ में रहना भी चाहते हैं उन्हें राजनीतिक दबाव के चलते मैदानी क्षेत्रों में भेज दिया जा रहा है जिससे कि पहाड़ों में स्वास्थ्य सेवाएं लगातार डगमगा रही हैं जनपद पौड़ी में पहले ही डॉक्टरों की कमी चल रही थी वही अब शासन की ओर से महिला अस्पताल में तैनात दो महिला डॉक्टरों को मैदानी क्षेत्रों में तबादला कर दिया गया है जिसके बाद यहां की व्यवस्था रामभरोसे होने वाली है वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि दोनों डॉक्टरों की मदद से जिला अस्पताल की हालत सुधर रही थी लेकिन इन दोनों महिला डॉक्टरों के तबादले के बाद यहां की व्यवस्था दोबारा से डगमगाना शुरू हो जाएगी।


Body:महिला अस्पताल पौड़ी में तैनात स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर मेघना असवाल और विनीता सयाना को उत्तराखंड शासन की ओर से देहरादून तबादला कर दिया है जिसके बाद महिला अस्पताल में पूर्व की तरह दी जा रही व्यवस्थाओं का डगमगाना भी लाजमी है प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ विनीता ने बताया कि वर्तमान में जिला अस्पताल में 2 डॉक्टर कार्यरत है वही डॉक्टर मेघना सवाल के तबादले के बाद श्रीनगर अटैच डॉक्टर जल्द वापसी करेंगी ताकि पूर्व की तरह महिलाओं को सुचारू रूप से उपचार दिया जा सके। वहीं स्थानीय निवासी विपिन रावत ने बताया कि महिला अस्पताल में डगमगा रही स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के बाद पटरी पर लाने का प्रयास किया जा रहा था वही उत्तराखंड शासन की ओर से अपने स्वार्थ के लिए पहाड़ के डॉक्टरों को मैदानी क्षेत्र में भेज दिया जा रहा है जिससे कि पहाड़ों में स्वास्थ्य व्यवस्था डगमगाने लाजमी है बताया कि प्रदेश सरकार हमेशा ऐसा ही पहाड़ों की विरोधी रही है जिसके चलते हमेशा ऐसा ही मैदानी क्षेत्रों में सारी सुविधाएं दी जाती हैं जिससे आज हमारे पहाड़ के बाद खाली होते जा रहे हैं।
बाईट-विनीत(प्रभारी चिकित्साधिकारी)
बाईट-विपिन रावत(जनता)


Conclusion:
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