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पौड़ी: महिलाओं को मशरूम उत्पादन का दिया गया प्रशिक्षण, आर्थिक रूप से होंगी सशक्त

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Published : Jan 21, 2020, 8:55 PM IST

पौड़ी के खोलाचोरी गांव में दो दिवसीय मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र के महिला समूहों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना है.

mushroom production training news
मशरूम उत्पादन का प्रशिक्षण लेती महिलाएं.

पौड़ी: पहाड़ में लगातार हो रहे पलायन को रोकने के लिए सरकार की ओर से लोगों को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं चलाई जा रही हैं. जिसमें मशरूम उत्पादन का प्रशिक्षण देकर ग्रामीण क्षेत्रों में रह रही महिला समूहों को मजबूत करने के प्रयास भी शामिल है. इसी क्रम में खोलाचोरी गांव में दो दिवसीय मशरूम प्रशिक्षण का कार्यक्रम आयोजित किया गया.

मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण कार्यक्रम.

वहीं, आयोजकों का कहना है कि पूर्व में दिए गए प्रशिक्षण के चलते नगर के कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां पर महिलाएं मशरूम उत्पादन क्षेत्र में बहुत बेहतर कार्य कर रही हैं. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि इस दो दिवसीय मशरूम प्रशिक्षण के बाद महिलाएं स्वरोजगार के तहत मशरूम उत्पादन कर अपने परिवार का भरण पोषण कर सकेंगी.

प्रशिक्षण ले रही महिला विनीता ने बताया कि उन्हें मशरूम प्रशिक्षण की मदद से वो आने वाले समय में मशरूम के क्षेत्र में बेहतर उत्पादन करेंगी. साथ ही अन्य महिलाओं को भी इसके प्रति जागरूक करेंगी. वहीं, प्रशिक्षक विपिन ने बताया कि रोजगार की कमी के चलते हमारे पहाड़ पलायन की मार झेल रहे हैं. ऐसे में क्षेत्र की महिलाओं को मशरूम उत्पादन का प्रशिक्षण देकर उन्हें स्वरोजगार के क्षेत्र में आगे बढ़ाना है. ताकि वह आर्थिक रूप से मजबूत हो सके.

ये भी पढ़ें: कुमाऊं में बढ़ते हादसों की ये है वजह, साल 2019 में 341 लोग गंवा चुके जान

बता दें कि इस दो दिवसीय मशरूम प्रशिक्षण आयोजन का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र के महिला समूहों को स्वरोजगार के क्षेत्र में आगे बढ़ाना है. ताकि महिलाएं अपना आर्थिक पक्ष मजबूत कर सके.

पौड़ी: पहाड़ में लगातार हो रहे पलायन को रोकने के लिए सरकार की ओर से लोगों को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं चलाई जा रही हैं. जिसमें मशरूम उत्पादन का प्रशिक्षण देकर ग्रामीण क्षेत्रों में रह रही महिला समूहों को मजबूत करने के प्रयास भी शामिल है. इसी क्रम में खोलाचोरी गांव में दो दिवसीय मशरूम प्रशिक्षण का कार्यक्रम आयोजित किया गया.

मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण कार्यक्रम.

वहीं, आयोजकों का कहना है कि पूर्व में दिए गए प्रशिक्षण के चलते नगर के कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां पर महिलाएं मशरूम उत्पादन क्षेत्र में बहुत बेहतर कार्य कर रही हैं. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि इस दो दिवसीय मशरूम प्रशिक्षण के बाद महिलाएं स्वरोजगार के तहत मशरूम उत्पादन कर अपने परिवार का भरण पोषण कर सकेंगी.

प्रशिक्षण ले रही महिला विनीता ने बताया कि उन्हें मशरूम प्रशिक्षण की मदद से वो आने वाले समय में मशरूम के क्षेत्र में बेहतर उत्पादन करेंगी. साथ ही अन्य महिलाओं को भी इसके प्रति जागरूक करेंगी. वहीं, प्रशिक्षक विपिन ने बताया कि रोजगार की कमी के चलते हमारे पहाड़ पलायन की मार झेल रहे हैं. ऐसे में क्षेत्र की महिलाओं को मशरूम उत्पादन का प्रशिक्षण देकर उन्हें स्वरोजगार के क्षेत्र में आगे बढ़ाना है. ताकि वह आर्थिक रूप से मजबूत हो सके.

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बता दें कि इस दो दिवसीय मशरूम प्रशिक्षण आयोजन का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र के महिला समूहों को स्वरोजगार के क्षेत्र में आगे बढ़ाना है. ताकि महिलाएं अपना आर्थिक पक्ष मजबूत कर सके.

Intro:पहाड़ में लगातार हो रहे पलायन को रोकने के लिए सरकार की ओर से लोगों को आर्थिक रूप मजबूत करने के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं चलाई जा रही हैं जिसमें कि मशरूम उत्पादन का प्रशिक्षण देकर ग्रामीण क्षेत्रों में रह रही महिला समूह को मजबूत करने के प्रयास किए जा रहे हैं और बहुत सारे क्षेत्र है जहां पर महिलाएं मशरूम उत्पादन क्षेत्र में बहुत बेहतर कार्य कर रही हैं वहीं पौड़ी के खोलाचोरी गांव में भी दो दिवसीय मशरूम प्रशिक्षण दिया गया जिसमें की महिलाओं को मशरूम उत्पादन से संबंधित सभी जानकारियां दी गई जिसके बाद महिलाएं अपने क्षेत्र में मशरूम उत्पादन कर स्वरोजगार की मदद से अपने परिवार का भरण पोषण कर सकें ताकि वह महिलाएं आर्थिक रूप से मजबूत हो सके।Body:पौड़ी के खोलाचोरी गांव में दो दिवसीय मशरूम प्रशिक्षण आयोजित किया गया जिसमें की महिला समूह को इसकी संपूर्ण जानकारी दी गई इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य है कि महिला समूह को स्वरोजगार के क्षेत्र में आगे बढ़ाया जाए साथ साथ उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत किया जाए। पहाड़ो में देखा जा रहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में जंगली जानवरों के चलते सारी खेती खराब हो रही है वहीं मशरूम उत्पादन के लिए बंद कमरा काफी होता है उस बंद कमरे में जरूरत के अनुसार अनुकूल तापमान में बेहतर मशरूम उत्पादन किया जा सकता है महिलाओं ने बताया कि उन्हें मशरूम प्रशिक्षण की मदद से आने वाले समय में मशरूम के क्षेत्र में बेहतर उत्पादन करेंगे साथ ही अन्य महिलाओं को भी इसके प्रति जागरूक करेंगी। वहीं प्रशिक्षण देने पहुंचे विपिन ने बताया कि आज जिस तरह से हमारे पहाड़ खाली होते जा रहे हैं वहीं समूह को महिला समूह को मशरूम उत्पादन किया प्रशिक्षण देकर उन्हें स्वरोजगार के क्षेत्र में आगे बढ़ाना है ताकि वह आर्थिक रूप से मजबूत हो सके।
बाईट-विनीता
बाईट-विपिन(प्रशिक्षक)Conclusion:
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