ETV Bharat / state

कोटद्वार: ट्रंचिंग ग्राउंड बना मुसीबत का सबब - administration fails to manage garbage properly

कोटद्वार नगर के कूड़ा निस्तारण के लिए उत्तर प्रदेश के समय बना ट्रंचिंग ग्राउंड लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन गया है, नगर निगम क्षेत्र में प्रतिदिन 80 टन कूड़ा एकत्रित होता है, जिसकी वजह से स्थानीय लोग परेशान हो रहे हैं.

Kotdwar
ट्रेंचिंग ग्राउंड बना लोगों के लिए मुसीबत का सबब
author img

By

Published : Aug 4, 2020, 6:02 PM IST

Updated : Aug 6, 2020, 6:06 PM IST

कोटद्वार: पौड़ी जिले में कोटद्वार नगर के कूड़ा निस्तारण के लिए उत्तर प्रदेश के समय बना ट्रंचिंग ग्राउंड लोगों के लिए अब मुसीबत का सबब बन गया है. नगर निगम क्षेत्र में प्रतिदिन 80 टन कूड़ा एकत्रित होता है, जिसके निस्तारण के लिए निगम के पास पर्याप्त जगह उपलब्ध नहीं है, ट्रंचिंग ग्राउंड से निकलती दुर्गंध ने झूला बस्ती, मुक्तिधाम, राजकीय स्पोर्ट्स स्टेडियम के लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है, कई बार लोगों ने ट्रंचिंग ग्राउंड के उचित प्रबंधन के लिए आंदोलन भी किया, लेकिन हर आंदोलन बेअसर साबित हुआ.

वहीं, स्थानीय निवासी सुभाष जखमोला ने कहा की पूर्व नगरपालिका के समय का बना ट्रंचिंग ग्राउंड अब नगर निगम के कूड़े निस्तारण लिए छोटा पड़ गया है, उन्होंने बताया कि पहले नगर पालिका छोटी थी, लेकिन अब नगर निगम में पूरा कोटद्वार, भाबर, सिगड़ी क्षेत्र तक सम्मिलित कर दिया गया है, इस बढे़ हुए क्षेत्रफल का तत्काल संज्ञान लेते हुए इस ट्रंचिंग ग्राउंड के लिए पर्याप्त भूमि की व्यवस्था कर ट्रंचिंग ग्राउंड को यहां से अन्यत्र शिफ्ट कर देना चाहिए.

ट्रंचिंग ग्राउंड बना मुसीबत का सबब.

पढ़ें- अयोध्या मामला : मध्यस्थता के जरिए सुलझाने के कई बार किए गए थे प्रयास

नगर आयुक्त पीएल शाह ने बताया कि हमने नगर निगम के ट्रंचिंग ग्राउंड के लिए दो प्रस्ताव बनाए है. एक तो फॉरेस्ट लैंड है, जो कि हल्दूखाता पॉलिटेक्निक कॉलेज के पास है, उसका प्रस्ताव डीएफओ स्तर पर लंबित है, दूसरा प्रपोजल सिगड्डी स्थित सिडकुल की जमीन के लिए बनाया है, हमने सिडकुल को 2 हेक्टेयर भूमि ट्रंचिंग ग्राउंड के लिए ट्रांसफर करने का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा है.

कोटद्वार: पौड़ी जिले में कोटद्वार नगर के कूड़ा निस्तारण के लिए उत्तर प्रदेश के समय बना ट्रंचिंग ग्राउंड लोगों के लिए अब मुसीबत का सबब बन गया है. नगर निगम क्षेत्र में प्रतिदिन 80 टन कूड़ा एकत्रित होता है, जिसके निस्तारण के लिए निगम के पास पर्याप्त जगह उपलब्ध नहीं है, ट्रंचिंग ग्राउंड से निकलती दुर्गंध ने झूला बस्ती, मुक्तिधाम, राजकीय स्पोर्ट्स स्टेडियम के लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है, कई बार लोगों ने ट्रंचिंग ग्राउंड के उचित प्रबंधन के लिए आंदोलन भी किया, लेकिन हर आंदोलन बेअसर साबित हुआ.

वहीं, स्थानीय निवासी सुभाष जखमोला ने कहा की पूर्व नगरपालिका के समय का बना ट्रंचिंग ग्राउंड अब नगर निगम के कूड़े निस्तारण लिए छोटा पड़ गया है, उन्होंने बताया कि पहले नगर पालिका छोटी थी, लेकिन अब नगर निगम में पूरा कोटद्वार, भाबर, सिगड़ी क्षेत्र तक सम्मिलित कर दिया गया है, इस बढे़ हुए क्षेत्रफल का तत्काल संज्ञान लेते हुए इस ट्रंचिंग ग्राउंड के लिए पर्याप्त भूमि की व्यवस्था कर ट्रंचिंग ग्राउंड को यहां से अन्यत्र शिफ्ट कर देना चाहिए.

ट्रंचिंग ग्राउंड बना मुसीबत का सबब.

पढ़ें- अयोध्या मामला : मध्यस्थता के जरिए सुलझाने के कई बार किए गए थे प्रयास

नगर आयुक्त पीएल शाह ने बताया कि हमने नगर निगम के ट्रंचिंग ग्राउंड के लिए दो प्रस्ताव बनाए है. एक तो फॉरेस्ट लैंड है, जो कि हल्दूखाता पॉलिटेक्निक कॉलेज के पास है, उसका प्रस्ताव डीएफओ स्तर पर लंबित है, दूसरा प्रपोजल सिगड्डी स्थित सिडकुल की जमीन के लिए बनाया है, हमने सिडकुल को 2 हेक्टेयर भूमि ट्रंचिंग ग्राउंड के लिए ट्रांसफर करने का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा है.

Last Updated : Aug 6, 2020, 6:06 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.