देहरादून/पौड़ी: उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव के वोटों की मतगणना 10 मार्च को होनी है, जिसके लिए निर्वाचन आयोग ने तैयारियां तेज कर दी हैं. राजनीतिक दल भी मतगणना की तैयारी में जुटे हैं. मतगणना के लिए हर विधानसभा सीट के लिए 14-14 टेबल लगाए गए हैं. वहीं, गुरुवार को देहरादून में मतगणना को लेकर 756 कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी गई है.
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 में तीन माध्यम से मतदान किया गया है, जिसमें ईवीएम मशीन, पोस्टल बैलेट और ईटीपीबीएस (Electronically Transmitted Postal Ballot System) द्वारा मतदान हुआ है. इन्हीं तीनों माध्यमों से की गई वोटिंग की अलग-अलग मतगणना भी की जानी है, जिसके लिए कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है. कर्मचारियों को यह प्रशिक्षण तीन दौर में दिया जाएगा. देहरादून में प्रशिक्षण की शुरुआत 4 मार्च से हो गई है. पहले चरण के प्रशिक्षण के बाद 7 मार्च को दूसरे चरण का प्रशिक्षण दिया जाएगा और उसके बाद 9 मार्च को कर्मचारियों को मतगणना के लिए अंतिम प्रशिक्षण दिया जाएगा.
डीपीआरओ एमएम खान ने बताया कि शुक्रवार को दो शिफ्ट में 756 कर्मचारियों की ट्रेनिंग हुई. ट्रेनिंग के दौरान सभी कर्मचारियों को बताया जा रहा है कि किस तरह से मतगणना करेंगे. ट्रेनिंग के दौरान मतगणना मशीन के बारे में सभी जानकारी दी जा रही है. साथ ही अगर किसी को गणना को लेकर दिक्कत आ रही है तो उनको जानकारी दी जा रही है. सभी कर्मचारियों को गणना को लेकर पूरी जानकारी दी जाएगी, जिससे 10 मार्च को मतगणना के दौरान कोई दिक्कत का सामना न करना पड़े. साथ ही बताया कि इस बार की मतगणना में कई कर्मचारी पहली बार आए हैं, उनको डिटेल के साथ मशीन के बारे में बताया जा रहा है.
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काउंटिंग के दिन लॉ एंड ऑर्डर पर फोकसः पौड़ी में पुलिस प्रशासन मतगणना में सुरक्षा व्यवस्था की तैयारियों में जुट गया है. चुनाव परिणाम आने के बाद शहर में लॉ एंड ऑर्डर स्थापित करने में पुलिस प्रशासन कोई जोखिम नहीं लेना चाह रहा है. लिहाजा जिले में पीएसी की अतिरिक्त कंपनी मंगवाई जा रही है. वहीं, सीओ सदर जिला मुख्यालय के सभी थाना क्षेत्रों के निरीक्षण में जुट गए हैं. शहर के प्रमुख चौक-चौराहों पर सीसीटीवी कैमरें भी लगाए जा रहे हैं.
सीओ सदर पीएल टम्टा ने बताया कि मतगणना के दिन पुलिस बल के साथ-साथ पीएसी की एक अतिरिक्त कंपनी जिला मुख्यालय में तैनात रहेगी. चुनाव परिणामों को देखते हुए शहर में कानून व्यवस्था बनाने के लिए अर्द्ध सुरक्षा बल मंगवाया जा रहा है. हालांकि, जिले में अभी भी पीएसी की एक कंपनी मौजूद है. सीओ ने शुक्रवार को कोतवाली पौड़ी का निरीक्षण कर मतगणना की तैयारियों को लेकर सभी सुरक्षा उपकरणों का जायजा लिया.