श्रीनगर: उत्तराखंड में इन दिनों भू धंसाव की खबरों ने जोर पकड़ रखा है. जोशीमठ के अलावा अन्य शहरों में भी भू धंसाव से प्रशासन की नींद उड़ी हुई है. वहीं जोशीमठ में आई आपदा के बाद अब पौड़ी जिला प्रशासन भी अलर्ट हो गया है. यहां गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार ने श्रीनगर, स्वीत, जनासु में लोगों के घरों में आ रही दरारों के संबंध में पूरे मामले की जांच थर्ड पार्टी से करवाने के निर्देश दिए हैं. वहीं लोगों का कहना है कि टनल निर्माण उनके लिए सिरदर्द बन गया है और उनके घरों में दरारें पड़ रही हैं.
गढ़वाल कमिश्नर ने शुरू कराई जांच: गढ़वाल कमिश्नर ने निर्देश देते हुए कहा है कि इस मामले में हो सके तो आईआईटी रुड़की, सीबीआरआई से भी पूरे प्रकरण की जांच करा कर रिपोर्ट तैयार की जाएगी. उन्होंने जानकारी दी कि इस सम्बंध में डीएम पौड़ी को भी आदेश दिए गए हैं कि गंभीरता से जांच की जाए. दरअसल, पिछले तीन सालों से श्रीनगर, स्वीत, जनासु, डुंगरीपंथ में रहने वाले स्थानीय लोग बार बार प्रशासन से गुहार लगा रहे थे कि ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेलवे लाइन में टनल निर्माण के दौरान की जा रही ब्लास्टिंग के कारण उनके घरों में बड़ी बड़ी दरारें आ रही हैं. जिससे उनके भवन कभी भी जमींदोज हो सकते हैं.
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इस सम्बंध में स्थानीय लोग रेलवे विकास निगम, उपजिलाधिकारी श्रीनगर, डीएम पौड़ी से लेकर स्थानीय विधायक तक अपनी शिकायत कर चुके हैं. लेकिन लोगों का कहना है कि जिम्मेदार उनकी समस्याओं को नहीं सुन रहे हैं. लोगों का साफ तौर पर कहना है कि प्रशासन द्वारा टनल के निर्माण के दौरान हो रही ब्लॉटिंग को तुरन्त बंद किया जाए. ब्लास्टिंग को बंद करवाने की मांग को लेकर बीते दिन हाइडिल कॉलोनी के निवासियों ने डीएम आशीष कुमार चौहान से भी मुलाकात कर अपनी परेशानियों से अवगत कराया. वहीं मामले में डीएम पौड़ी आशीष चौहान ने स्थानीय लोगों को पूरे मामले में जांच करने का आश्वासन दिया है.