श्रीनगर: देवप्रयाग विधानसभा के हाई स्कूल में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं ने आज दिल्ली स्थित संसद भवन का भ्रमण किया. छात्र-छात्राओं ने लोकसभा और राज्यसभा की बैठने की व्यवस्था, कार्यपालिका, न्यायपालिका, संसद भवन की लाइब्रेरी और संविधान के मुख्य विषय की जानकारी ली. साथ ही छात्रों ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और केन्द्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट से मुलाकात की.
संसद भवन में कार्यालय स्टाफ ने बच्चों को दी जानकारी: संसद भवन में कार्यालय स्टाफ द्वारा छात्र-छात्राओं को बताया गया कि संसदीय प्रणाली की सरकार वाला एक स्वतंत्र प्रभुसत्ता संपन्न समाजवादी लोकतंत्रात्मक गणराज्य है. गणराज्य भारत के संविधान के अनुसार शासित है, जिसे संविधान सभा द्वारा 26 नवंबर 1949 को ग्रहण किया गया, जो 26 जनवरी 1950 को प्रवृत्त हुआ.
छात्र-छात्राओं ने दोनों सदनों की ली जानकारी: संविधान में सरकार के संसदीय स्वरूप की व्यवस्था की गई है. जिसकी संरचना कतिपय एकात्मक विशिष्टताओं सहित संघीय हो. केन्द्रीय कार्यपालिका का संवैधानिक प्रमुख राष्ट्रपति है. भारत के संविधान की धारा 79के अनुसार, केन्द्रीय संसद की परिषद में राष्ट्रपति और दो सदन हैं, जिन्हें राज्यों की परिषद (राज्य सभा) और लोगों का सदन (लोकसभा) के नाम से जाना जाता है.
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मिले बच्चे: छात्र-छात्राओं ने कौशल भवन दिल्ली में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात कर नई शिक्षा नीति की जानकारी ली. केंद्रीय मंत्री ने छात्र-छात्राओं से जनरल नॉलेज से लेकर विज्ञान और साइंस के प्रमुख विषय पर चर्चा कर अपने अनुभव को सांझा किया.
ये भी पढ़ें: पीएम मोदी से मिलेंगे 90 होनहार, 25 सितंबर को भारत दर्शन के लिए होंगे रवाना
अजय भट्ट ने छात्र-छात्राओं का बढ़ाया हौसला: केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि अलग-अलग क्षेत्र में छात्रों को अपनी प्रतिभा दिखाने का प्रयास करना चाहिए. छात्रों को अच्छी शिक्षा के साथ-साथ अच्छे संस्कर ग्रहण करने की जरूरत है. इस मौके पर उन्होंने छात्रों को शिक्षा के लिए प्रेरित किया. वहीं, केंद्रीय राज्य रक्षा मंत्री अजय भट्ट ने छात्र-छात्राओं का हौसला बढ़ाया.
ये भी पढ़ें: मुख्यमंत्री की घोषणा 4 महीने में पूरी, नैखरी में स्टेट यूनिवर्सिटी के नए कैंपस के लिए जीओ जारी