श्रीनगर: हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विवि श्रीनगर में चल रही नियुक्तियों पर अनियमितता व भ्रष्टाचार का आरोप लगाया जा रहा है. आरोप लगाने वाले छात्रों ने प्रदर्शन किया. विवि की कुलपति के कार्यालय का प्रवेश द्वार नहीं खोले जाने पर छात्र भड़क गए. आंदोलित छात्र प्रवेश द्वार का ताला तोड़कर कुलपति कार्यालय परिसर पहुंच गए.
छात्रों ने लगाया नियुक्तियों में धांधली का आरोप: कुलपति कार्यालय परिसर में उन्होंने विवि प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विवि में हुई नियुक्तियों की सीबीआई जांच और कुलपति के इस्तीफे की मांग की. छात्रों ने कहा गढ़वाल विवि में नियुक्तियों की नहीं जा रही, बल्कि बेची जा रही हैं. लंबे समय से नियुक्तियों में भ्रष्टाचार हो रहा है, लेकिन केंद्र सरकार इस दिशा में ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है. छात्रों ने कहा कि छात्रहित में 10 दिनों के भीतर ठोस निर्णय नहीं लिया गया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा.
सगे संबंधियों और चहेतों को नियुक्ति देने का आरोप: ये हफ्ता संयुक्त छात्र परिषद के प्रदर्शन से शुरू हुआ. गढ़वाल विवि में नियुक्तियों में अनियमितता व भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए छात्रों ने प्रदर्शन किया. इस मौके पर छात्र संघ अध्यक्ष गौरव मोहन नेगी ने कहा कि गढ़वाल विवि में नियमों को ताक पर रखकर सगे-संबंधियों व चहेतों को नियुक्तियां दी जा रही हैं. इसका स्पष्ट प्रमाण विवि में अंग्रेजी विभाग में नियुक्ति को लेकर हाल के दिनों में उच्च न्यायालय नैनीताल के फैसले में उजागर हो चुका है.
संयुक्त छात्र परिषद ने मांगा कुलपति से इस्तीफा: उन्होंने कहा कि एचओडी और डीन ने नियुक्ति को नियम विरुद्ध बताया था. लेकिन उन पर दबाव दिया गया. आखिर कौन था, जो दबाव दे रहा था. उसका नाम उजागर किया जाना चाहिए. छात्र संघ अध्यक्ष नेगी ने कहा कि कुलपति के कार्यालय में हुई नियुक्तियों की सीबीआई जांच और कुलपति का इस्तीफा नहीं होने पर 10 दिन बाद उग्र आंदोलन छात्रों द्वारा किया जाएगा. छात्र संघ उपाध्यक्ष रॉबिन सिंह असवाल ने कहा कि पहाड़ की विषम भौगोलिक परिस्थिति, एनटीए की लापरवाही के चलते बड़ी संख्या में छात्र सीयूईटी प्रवेश परीक्षा देने से वंचित रह गए थे. जिससे छात्र गढ़वाल विवि में प्रवेश नहीं ले पा रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश के छात्रों को गढ़वाल विवि में प्रवेश में 50 फीसदी आरक्षण इस सत्र में दिया जाये और आगामी शिक्षा सत्र में सीयूईटी प्रवेश परीक्षा की बाध्यता समाप्त की जाय.
नियुक्तियों की सीबीआई जांच की मांग: एनएसयूआई के छात्रनेता सूरज नेगी ने कहा कि गढ़वाल विवि की स्थापना हमारे पुरखों के आंदोलन की देन है. आज पहाड़ के छात्रों को ही यहां प्रवेश नहीं मिल पा रहा है. सूरज ने कहा कि पहाड़ की युवा पीढ़ी के सुनहरे भविष्य के लिए उनके संघर्ष को व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा. गढ़वाल विवि में रोजगार व शिक्षा को बेचा जा रहा है. इस दौरान छात्रों ने विवि के प्रतिकुलपति के माध्यम से केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को ज्ञापन भेजा. छात्रों ने बताया कि इतिहास, पुरातत्व विभाग में भी शिक्षकों के पदों पर कई नियुक्तियां मानकों के अनुसार नहीं हुई हैं. छात्रों ने कहा कि विवि में हुई नियुक्तियों की सीबीआई जांच व कुलपति का इस्तीफा नहीं होने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा.
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डीएम से भी मिले छात्र: वहीं कुलपति को हटाने की मांग को लेकर संयुक्त छात्र परिषद के सभी पदाधिकारी जिलाधिकारी पौड़ी आशीष चौहान से भी मिले. इस दौरान छात्रों को बिजीआर कैंपस के छात्रसंघ का भी समर्थन मिला. सभी छात्रों ने डीएम पौड़ी को विवि में चल रही कथित धांधली के सम्बद्ध में ज्ञापन दिया. इसमें कुलपति को बर्खास्त करने की मांग रखी गई. साथ में अभी तक हुई सभी नियुक्तियों की CBI जांच करवाने व वर्तमान समय में चल रही नियुक्तियों पर रोक लगाने की मांग रखी. छात्रों ने कहा कि 10 दिन बाद छात्र बड़े आंदोलन की तरफ बढ़ रहे हैं. अगर मामले में कार्रवाई नहीं होती है, तो इसकी सारी जिम्मेदारी केंद्र सरकार की होगी. छात्र विवि को धांधली का अड्डा नहीं बनने देंगे.
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