श्रीनगरः पौड़ी के श्रीनगर में बनाई जा रही मॉडल आंचल डेयरी बनने से पहले ही घाटे का सौदा साबित हो रही है. इस डेयरी को कुछ ऐसा ग्रहण लगा कि पहले तो ठेकेदार काम को आधा अधूरा छोड़ कर भाग खड़ा हुआ. अब इसकी आधी अधूरी बिल्डिंग लोगों को मुंह चिढ़ाने का काम कर रही है. इसके अलावा आँचल को प्रति माह 66 हजार का ब्याज अलग से देना पड़ रहा है. ब्याज देने का ये सिलसिला वर्ष 2021 से जारी है.
गौरतलब है कि, तत्कालीन दुग्ध विकास मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने इस मॉडल डेयरी का 7 नवंबर 2020 को आधार शिला रखी. इस डेयरी के जरिए देश की बेहतर नस्ल की 50 गायों का यहां पालन पोषण होना था. साथ ही इन गायों से उत्पादित दूध को बाजार में बेचा भी जाना था.योजना के तहत आंचल डेयरी को 99 लाख की वित्तीय सहायता लोन के जरिए दी जानी थी.
वहीं, पहले चरण में डेयरी निर्माण के लिए 36 लाख की राशि मिल भी चुकी है. लेकिन यहां मात्र ठेकेदार टीन शेड बना कर काम को आधा अधूरा छोड़ चला गया. पिछले 6 माह से डेयरी का काम रुका हुआ. फरवरी 2021 से हजारों रुपये का ब्याज बिना फायदे के भरा जा रहा है.
ये भी पढ़ेंः 8 साल से सोनप्रयाग में चल रहा है पार्किंग का निर्माण, यात्रियों को झेलनी पड़ रही परेशानी
श्रीनगर आंचल डेयरी के प्रभारी जीएम राकेश खंडूड़ी ने बताया कि एनसीटीसी योजना के तहत मॉडल डेयरी यहां बनाई जानी थी. लेकिन फिलहाल 6 महीने से डेयरी का निर्माण कार्य बंद है. लेकिन आंचल फरवरी 2021 से इस डेयरी के निर्माण के ब्याज का 66 हजार रुपये का भुगतान कर रही है. काम रुकने के संबंध में उच्च अधिकारियों को भी अवगत कराया जा चुका है.