श्रीनगर: वीर चंद्र सिंह गढ़वाली मेडिकल कॉलेज श्रीनगर में गुरुवार को सुबह से ही अफरा-तफरी का माहौल बना रहा. दरअसल, एक 23 वर्षीय युवती को मेडिकल कॉलेज के जूनियर रेजीडेंट डॉक्टर ने आइसोलेटेड रूम में भर्ती कर दिया. जिससे अस्पताल में पूरे दिन कोरोना पेशेंट के होने की चर्चा रही. जबकि, मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने ऐसे किसी भी मामले से इनकार किया है.
बता दें कि गुरुवार को चंडीगढ़ से इलाज के बाद लौटी 23 वर्षीय युवती को अचानक देर रात सांस लेने में तकलीफ होने लगी. जिसके बाद परिजनों ने आनन-फानन युवती को बेस अस्पताल श्रीनगर लाया. जहां डॉक्टरों द्वारा युवती को इलाज करने के लिए आइसोलेटेड वार्ड मे भर्ती कर दिया गया. जिसको लेकर पूरे दिन अस्पताल में कोरोना की चर्चा बनी रही.
वहीं, इस बाबत जब अस्पताल प्रशासन से पूछा गया तो उन्होंने इस बात से साफ इनकार कर दिया. अस्पताल प्रशासन का कहना है कि युवती में कोरोना वायरस के संक्रमण के कोई लक्षण नहीं मिले हैं. हालांकि, युवती को अन्य बीमारी संबंधित डायलेसिस की जरुरत है, ऐसे में उसे हायर सेंटर रेफर किया गया है.
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अस्पताल प्रशासन द्वारा कोरोना वायरस के लिए बनाई गई टीम के नोडल अधिकारी ने बताया कि युवती में वायरस संक्रमण के कोई भी लक्षण नहीं पाए गए हैं. जिससे कोरोना वाइरस की पुष्टि होती है. लेकिन, युवती को डायलेसिस के लिए हायर सेंटर रेफर किया गया है.