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EMO को OPD से किया बाहर, GDMO पर मेहरबान श्रीनगर संयुक्त अस्पताल !

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Published : Dec 28, 2022, 7:50 AM IST

Updated : Dec 28, 2022, 8:04 AM IST

श्रीनगर के सरकारी उप जिला अस्पताल में डीजीएमओ को ओपीडी दी गई है. जबकि ईएमओ को ओपीडी रूम छोड़ने के लिए कहा दिया गया है. जबकि दोनों ही डॉक्टरों की ड्यूटी ओपीडी में रेगुलर नहीं होती है. ऐसे में अस्पताल प्रशासन पर पक्षपात का आरोप लग रहा है.

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श्रीनगर संयुक्त अस्पताल में अफरा तफरी

श्रीनगरः राजकीय उप जिला अस्पताल की ओपीडी में चिकित्सकों के बैठने के मामले में एक पर रहम एक पर सितम वाली कहावत चरितार्थ हो रही है. अस्पताल की ओपीडी से एक डॉक्टर को हटाने का फरमान जारी कर दिया गया. जबकि जीडीएमओ (सामान्य ड्यूटी चिकित्सा अधिकारी) पूर्व की भांति ओपीडी में मरीज देख रहे हैं. यदि अस्पताल प्रबंधन समय पर ही कार्रवाई कर देता तो डॉ. अंकित गैरोला खुले में बैठकर मरीज देखकर विरोध नहीं जताते.

दरअसल, उप जिला अस्पताल श्रीनगर (Sub District Hospital Srinagar) में तैनात आपातकालीन चिकित्साधिकारी (ईएमओ) डॉ. अंकित गैरोला (emo ankit gairola) पिछले एक साल से ओपीडी में मरीज देख रहे थे. इसी माह ईएनटी सर्जन के आने के बाद डॉ. अंकित गैरोला को ओपीडी खाली करने के लिए कह दिया गया. इसके बाद सोमवार को वह अस्पताल के बाहर बैंच में बैठकर मरीज देखने लगे. अंकित गैरोला का कहना है कि वह जिन मरीजों को देख रहे हैं वह उनके रूटीन चेकअप वाले मरीज हैं. वहीं, अस्पताल में एक जीडीएमओ डॉ. अजय गोयल (GDMO Ajay Goyal) अभी भी ओपीडी में रेगुलर मरीज देख रहे हैं. उनको अस्पताल प्रबंधन ने कक्ष खाली करने को नहीं कहा गया है. जबकि ईएमओ और डीजीएमओ दोनों की ही ड्यूटी ओपीडी में रेगुलर तौर पर नहीं लगाई जाती.

जीडीएमओ की सेवाः जीडीएमओ (General Duties Medical Officer) सामान्य ड्यूटी वाले डॉक्टर होते हैं. यह अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ने या डॉक्टरों की कमी या अवकाश पर होने पर ओपीडी में मरीज देख सकते हैं. इसके अलावा इनकी वीआईपी या अन्य ड्यूटी लगाई जाती है.

ईएमओ की सेवाः ईएमओ (आपातकालीन चिकित्सा देखभाल) डॉक्टरों की ड्यूटी इमरजेंसी में लगाई जाती है. ईएमओ डॉक्टर आपातकाल में आए मरीजों का चिकित्सा सेवा देते हैं.
ये भी पढ़ेंः श्रीनगर में अस्पताल के बाहर चल रही डॉक्टर की ओपीडी, जानिए क्या है पूरा मामला

जीडीएमओ ने लगाया फिजिशियन का बोर्डः सामाजिक कार्यकर्ता आनंद सिंह भंडारी का कहना है कि उप जिला अस्पताल श्रीनगर के जीडीएमओ डॉ. अजय गोयल ने ओपीडी और अपने सरकारी आवास में एमडी फिजिशियन का बोर्ड लगाया है. नियमानुसार वह ऐसा नहीं कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि 8 महीने पहले स्वास्थ्य निदेशक गढ़वाल ने भी बोर्ड हटाने के निर्देश दिए थे. लेकिन बोर्ड नहीं हटाया गया.

सामाजिक कार्यकर्ता आनंद सिंह भंडारी का कहना है कि उन्होंने इस संबंध में सूचना का अधिकार में जानकारी मांगी थी. सूचना में मिली जानकारी के मुताबिक, अस्पताल में एकमात्र फिजिशियन डॉ. सुरेश कोठियाल हैं. जो एमडी (पीजी) मेडिसिन हैं. भंडारी ने आरोप लगाया कि जीडीएमओ मरीजों को एमडी फिजिशियन का बोर्ड लगाकर गलत जानकारी देकर भ्रमित कर रहे हैं. इस मामले में मुख्यमंत्री से लेकर स्वास्थ्य विभाग तक शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई है.

वहीं, सीएमएस उप जिला अस्पताल डॉ. गोविंद पुजारी का मामले में कहना है कि ओपीडी कक्षों की कमी है. चिकित्सकों के लिए व्यवस्था बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं. जीडीएमओ अजय गोयल को फिजिशयन का बोर्ड हटाने के लिए कह दिया गया है. जल्द उनसे भी ओपीडी रूम खाली करने के लिए कहा जाएगा.

श्रीनगर संयुक्त अस्पताल में अफरा तफरी

श्रीनगरः राजकीय उप जिला अस्पताल की ओपीडी में चिकित्सकों के बैठने के मामले में एक पर रहम एक पर सितम वाली कहावत चरितार्थ हो रही है. अस्पताल की ओपीडी से एक डॉक्टर को हटाने का फरमान जारी कर दिया गया. जबकि जीडीएमओ (सामान्य ड्यूटी चिकित्सा अधिकारी) पूर्व की भांति ओपीडी में मरीज देख रहे हैं. यदि अस्पताल प्रबंधन समय पर ही कार्रवाई कर देता तो डॉ. अंकित गैरोला खुले में बैठकर मरीज देखकर विरोध नहीं जताते.

दरअसल, उप जिला अस्पताल श्रीनगर (Sub District Hospital Srinagar) में तैनात आपातकालीन चिकित्साधिकारी (ईएमओ) डॉ. अंकित गैरोला (emo ankit gairola) पिछले एक साल से ओपीडी में मरीज देख रहे थे. इसी माह ईएनटी सर्जन के आने के बाद डॉ. अंकित गैरोला को ओपीडी खाली करने के लिए कह दिया गया. इसके बाद सोमवार को वह अस्पताल के बाहर बैंच में बैठकर मरीज देखने लगे. अंकित गैरोला का कहना है कि वह जिन मरीजों को देख रहे हैं वह उनके रूटीन चेकअप वाले मरीज हैं. वहीं, अस्पताल में एक जीडीएमओ डॉ. अजय गोयल (GDMO Ajay Goyal) अभी भी ओपीडी में रेगुलर मरीज देख रहे हैं. उनको अस्पताल प्रबंधन ने कक्ष खाली करने को नहीं कहा गया है. जबकि ईएमओ और डीजीएमओ दोनों की ही ड्यूटी ओपीडी में रेगुलर तौर पर नहीं लगाई जाती.

जीडीएमओ की सेवाः जीडीएमओ (General Duties Medical Officer) सामान्य ड्यूटी वाले डॉक्टर होते हैं. यह अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ने या डॉक्टरों की कमी या अवकाश पर होने पर ओपीडी में मरीज देख सकते हैं. इसके अलावा इनकी वीआईपी या अन्य ड्यूटी लगाई जाती है.

ईएमओ की सेवाः ईएमओ (आपातकालीन चिकित्सा देखभाल) डॉक्टरों की ड्यूटी इमरजेंसी में लगाई जाती है. ईएमओ डॉक्टर आपातकाल में आए मरीजों का चिकित्सा सेवा देते हैं.
ये भी पढ़ेंः श्रीनगर में अस्पताल के बाहर चल रही डॉक्टर की ओपीडी, जानिए क्या है पूरा मामला

जीडीएमओ ने लगाया फिजिशियन का बोर्डः सामाजिक कार्यकर्ता आनंद सिंह भंडारी का कहना है कि उप जिला अस्पताल श्रीनगर के जीडीएमओ डॉ. अजय गोयल ने ओपीडी और अपने सरकारी आवास में एमडी फिजिशियन का बोर्ड लगाया है. नियमानुसार वह ऐसा नहीं कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि 8 महीने पहले स्वास्थ्य निदेशक गढ़वाल ने भी बोर्ड हटाने के निर्देश दिए थे. लेकिन बोर्ड नहीं हटाया गया.

सामाजिक कार्यकर्ता आनंद सिंह भंडारी का कहना है कि उन्होंने इस संबंध में सूचना का अधिकार में जानकारी मांगी थी. सूचना में मिली जानकारी के मुताबिक, अस्पताल में एकमात्र फिजिशियन डॉ. सुरेश कोठियाल हैं. जो एमडी (पीजी) मेडिसिन हैं. भंडारी ने आरोप लगाया कि जीडीएमओ मरीजों को एमडी फिजिशियन का बोर्ड लगाकर गलत जानकारी देकर भ्रमित कर रहे हैं. इस मामले में मुख्यमंत्री से लेकर स्वास्थ्य विभाग तक शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई है.

वहीं, सीएमएस उप जिला अस्पताल डॉ. गोविंद पुजारी का मामले में कहना है कि ओपीडी कक्षों की कमी है. चिकित्सकों के लिए व्यवस्था बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं. जीडीएमओ अजय गोयल को फिजिशयन का बोर्ड हटाने के लिए कह दिया गया है. जल्द उनसे भी ओपीडी रूम खाली करने के लिए कहा जाएगा.

Last Updated : Dec 28, 2022, 8:04 AM IST
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