श्रीनगर: प्रदेश में संचालित हो रहे राजकीय पॉलिटेक्निक संस्थानों में अध्यापकों को भारी भरकम टोटा है. जिसके कारण छात्रों के पठन पाठन में दिक्कतें पेश आ रही है. कुछ हद तक संविदा के माध्यम से अध्यापकों की कमी को पूरा किया जा रहा है, मगर इसके बाद भी कई पॉलिटेक्निक ऐसे हैं जहां पढ़ाने के लिए टीचर ही नहीं हैं. मामले पर विभाग से बात की गई. जिसमें विभाग ने कहा अध्यापकों की कमी को दूर करने के लिए लोक सेवा आयोग को अधियाचन भेजे गए हैं.
बता दें प्रदेश में प्राविधिक शिक्षा के अंतर्गत 71 पॉलिटेक्निक संस्थान सहित एक अशासकीय पॉलिटेक्निक संचालित हो रहा है. जिनमें अध्यापकों की कमी चल रही है. जिसमें प्राविधिक शिक्षा द्वारा 14 प्रधानाचार्य, प्रवक्ता रसायन विज्ञान के 46 , भौतिक 42, प्रवक्ता गणित 44, अंग्रेजी 48, सीविल 65, विधुत 37,यांत्रिकी 32,आईटी 15 कृषि, ऑटो में 9, केमिकल 5, फार्मेसी में 28 पद विभाग में खाली चल रहे हैं. जिसमें नियुक्ति की प्रकिया की जानी है.
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प्राविधिक शिक्षा के डिप्टी डायरेक्टर सर्वेश कुमार वर्मा से इस मामले पर बात की गई. जिसमें प्राविधिक शिक्षा के डिप्टी डायरेक्टर सर्वेश कुमार वर्मा ने कहा जिन कॉलजो में अध्यापकों की कमी है वहां संविदा के जरिये व्यवस्था बनाई गई है. जल्द खाली ही पड़े पदों पर नियुक्ति प्रकिया की जाएगी. इसके लिए आयोग को अधियाचन भेजे गए हैं. जैसे ही आयोग से स्वीकृति मिलेगी वैसे ही खाली पड़े पदों को भरा जाएगा.