कोटद्वार: 2008 में नगर पालिका द्वारा शहर के मोटर नगर में 26 दुकानों का आवंटन किया था. उस दौरान पटेल मार्ग स्थित गैरेज वालों को मोटर नगर शिफ्ट कर दिया था. लेकिन नगर निगम अबतक वहां पर शौचालय, पानी, पार्किंग, सड़क जैसी मूलभूत सुविधाएं भी नहीं दे पाया है. जबकी नगर निगम द्वारा उनसे सुविधा शुल्क लगातार लिया जा रहा है.
वहीं दुकानदार महेंद्र सिंह का कहना है कि 2008 में यह दुकानें आवंटित हुई थी. जिसके बाद से ही शिकायतों का सिलसिला जारी है. लेकिन आज तक उनकी सुनवाई कहीं नहीं हुई. वे कहते हैं कि सड़कों के बहुत बुरे हाल हैं. इस मार्केट में ना तो पीने के पानी की सुविधा है और ना ही शौचालय की. उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान तो नगर निगम के कागजों में ही चल रहा है. वहीं सभी लोग खुले में शौच जाने के लिए मजबूर हैं.
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गैराज स्वामी सोहन सिंह नेगी का कहना है कि इस मार्केट में कोई भी सुविधा नहीं है. बस किराया और सुविधा शुल्क वसूलने के लिए नगर निगम के कर्मचारी आते हैं. यहां बनी अवैध पार्किंग पर हर समय आपसी टकराव का माहौल बना रहता है. जिस कारण उन लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
वहीं सहायक नगर आयुक्त राजेश नैथानी का कहना है कि उनके संज्ञान में यह मामला आया है. उन्होंने कहा कि वहां पर शौचालय नहीं है, जिसके बाद अब वहां स्वच्छ भारत अभियान के तहत शौचालय बनाए जाने का कार्य चल रहा है. साथ ही अवैध पार्किंग के संबंध में पुलिस को लिखित सूचना दे दी गई है.