पौड़ी: पौड़ी के पीपीपी मोड के जिला अस्पताल से 3 महिला उपनल कर्मचारियों की सेवा समाप्त कर दी गई हैं. हटाई गई कर्मचारियों ने स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन से उनकी सेवा फिर से बहाल करने की गुहार लगाई है.
हटाई गई कर्मचारी मुन्नी देवी, सुषमा रावत, सर्वेश्वरी देवी को साल 2007 से जिला अस्पताल में सैनिक कल्याण बोर्ड पौड़ी के माध्यम से सैनिक आश्रित विधवाओं के रूप में तैनात किया गया था. साथ ही मानदेय भी बोर्ड से ही आहरित किया गया था. वहीं 2016 में उन्हें उपनल के माध्यम इसी अस्पताल में आगे की सेवाओं के लिए मर्ज कर दिया गया. उन्होंने बताया कि वे पिछले 14 सालों से जिला अस्पताल पौड़ी में वार्ड आया के रूप में सेवाएं दे रहे हैं. लेकिन अचानक उनको बिना पूर्व जानकारी के नौकरी से हटा दिया गया है.
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उन्होंने बताया कि तीनों महिला कर्मचारी 50 से अधिक आयुवर्ग की हैं और परिवार के भरण पोषण की जिम्मेदारी भी उन्हीं पर निर्भर है. ऐसे में उनको अचानक नौकरी से हटाए जाने से उनके सामने आजीविका का संकट खड़ा हो गया है. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन से उनकी सेवाओं को यथावत रखने की मांग की है. वहीं मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं जिला अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक डॉ. प्रवीण कुमार का कहना है कि जिला अस्पताल के पीपीपी मोड पर संचालित किये जाने के बाद इन तीनों महिलाओं का कार्य पीपीपी मोड के कर्मचारियों द्वारा किया जा रहा है. अब इन महिला कर्मचारियों की आवश्यकता नहीं होने के चलते उनको हटाया गया है. इसको लेकर उपनल कार्यालय को भी अवगत करवाया गया है.