पौड़ी: उत्तराखंड बनने के 18 साल बाद भी जिले के थलीसैंड ब्लॉक के कई गांव सड़क न होने के चलते स्वास्थ्य सुविधाओं और अन्य विकास की धाराओं से कोसों दूर हैं. वहीं, थलीसैंड ब्लॉक के देवराड़ी गांव में गंभीर मरीजों को अस्पताल पहुंचाने के लिए 12 किलोमीटर का सफर पालकी में बैठाकर तय किया जा रहा है. पलायन के चलते कई ऐसे मरीज हैं, जिन्हें अस्पताल तक ले जाने वाला भी कोई नहीं है. ऐसे में उपचार न मिलने के चलते मरीज गांव में ही दम तोड़ रहे हैं. ग्रामीण लंबे समय से सड़क की मांग कर रहे हैं. लेकिन आज तक इस गांव में सड़क नहीं पहुंच पाई है.
बता दें कि देवराडी गांव में सड़क न होने के चलते के ग्रामीण आज भी उपचार के लिए 12 किलोमीटर पैदल चलकर अस्पताल जाते हैं. ऐसे में बुजुर्ग मरीजों को पालकी में बैठाकर अस्पताल तक पहुंचाया जाता है.
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इस मामले पर क्षेत्रीय विधायक धन सिंह रावत ने बताया कि ग्रामीण लंबे समय से सड़क की मांग कर रहे थे. ब्लॉक के अधिकतर गांवों में सड़क पहुंचा दी गई है. आने वाले समय में जल्द ही देवराड़ी गांव को भी पक्की सड़क मिल जाएगी.