श्रीनगरः उत्तराखंड में राजस्व निरीक्षक और उप निरीक्षक दो दिवसीय कार्य बहिष्कार पर हैं. आज मंगलवार को भी प्रदेशभर में राजस्व निरीक्षक और उप निरीक्षकों ने धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. इस दौरान भूलेख संबंधी कार्य प्रभावित रहा. सभी राजस्व निरीक्षक, प्रभारी तहसीलदार एवं प्रभारी नायब तहसीलदार के रिक्त पदों पर गैर भूलेख संवर्गीय अधिकारियों को तैनात किए जाने के विरोध में कार्य बहिष्कार पर हैं.
दरअसल, तहसीलों में कार्यरत प्रशासनिक और वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को तहसीलदार व नायब तहसीलदारों की अनुपस्थिति में तहसील कार्यालयों से संबंधित कार्यों को संपादित करने के आदेश देने से राजस्व उप निरीक्षकों में आक्रोश है. राजस्व परिषद की ओर से जारी आदेश को निरस्त करने की मांग को लेकर राजस्व उप निरीक्षकों ने दो दिवसीय कार्य बहिष्कार पर हैं.
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पर्वतीय राजस्व निरीक्षक, राजस्व उप निरीक्षक एवं राजस्व सेवक संघ और रजिस्टार कानूनगो संघ के बैनर तले श्रीनगर व कीर्तिंनगर में दूसरे दिन भी कर्मी कार्य बहिष्कार पर रहे. इस दौरान कर्मियों ने कहा कि राजस्व परिषद ने बीते 9 फरवरी को तहसीलों में कार्यरत मुख्य प्रशासनिक अधिकारियों को तहसीलदार, नायब तहसीलदार की अनुपस्थिति में तहसील कार्यलयों से सम्बंधित कार्यों को संपादित करने के आदेश दिए गए हैं. ऐसे में डीएम संबंधित अधिकारियों को कार्यभार सौंप रहे हैं. जो राजस्व से संबंधित विभिन्न अधिनियमों का उल्लंघन है.