पौड़ी: जिला अस्पताल में लंबे समय से चल रही डॉक्टरों की कमी के कारण जहां लोग उपचार के लिए भटकने को मजबूर हैं, वहीं इन दिनों अस्पताल में जरूरी दवाइयां भी नहीं मिल रही हैं. अस्पताल की ये लापरवाही तब सामने आई जब स्थानीय व्यक्ति को एक बंदर ने काट लिया. घायल व्यक्ति को जब उपचार के लिए जिला अस्पताल लाया गया तो एंटी रेबीज का इंजेक्शन न मिलने के कारण मरीज इलाज के लिए भटकता रहा. बाद में एंटी रेबीज का इंजेक्शन श्रीनगर से मंगवाना पड़ा.
पहाड़ों में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली किसी से छुपी नहीं है, लेकिन अस्पताल में जरूरत की दवाइयां और इंजेक्शन मुहैया करवाना सरकार की पहली प्राथमिकता है. वहीं पौड़ी के दूरस्थ क्षेत्रों से यहां उपचार करवाने पहुंचे लोग जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में इधर उधर भटकने को मजबूर हैं.
स्थानीय व्यक्ति संजय रावत ने बताया कि जब बंदरों ने उन पर हमला किया तो कुछ चोटें आई. उपचार के लिए जब वह जिला अस्पताल पहुंचे तो उन्हें पता लगा कि यहां पर एंटी रेबीज का इंजेक्शन तक नहीं है. इसके बाद में श्रीनगर से इंजेक्शन मंगवाना पड़ा, लेकिन गरीब और असहाय व्यक्ति जब अस्पताल पहुंचेगा तो वह छोटी दवाइयों के लिए दर-दर भटकने को मजबूर रहेगा.
जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक रमेश राणा ने बताया कि जो व्यक्ति अस्पताल में रेबीज वेक्सीन की आपूर्ति करता था, अब वह नहीं कर पा रहा है. इसकी जानकारी उन्होंने स्वास्थ्य महानिदेशक को देते हुए इस संबंध में आग्रह किया है कि जल्द अस्पताल में इस वेक्सीन की आपूर्ति करवाई जाएगी.