कोटद्वार: कांग्रेसी पार्षदों और स्थानीय जनता ने जिला विकास प्राधिकरण के नाम पर गरीब जनता का शोषण करने का आरोप लगाते हुए तहसील चौक पर मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया. साथ ही प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदेश सरकार से जनहित में जिला विकास प्राधिकरण हटाने की मांग की.
बता दें कि इस कार्यक्रम से पहले नगर निगम के सभागार में स्थानीय जनता और कांग्रेसी पार्षदों ने एक बैठक का भी आयोजन किया. जिसमें वक्ताओं ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर जनता का शोषण कर रही है. चुनाव के समय सरकार ने कोटद्वार की जनता से केंद्रीय विद्यालय, मेडिकल कॉलेज और जिला निर्माण के वादे किए थे जो अभी तक पूरे नहीं हुए हैं. साथ ही वक्ताओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि एक स्थानीय विधायक द्वारा कोटद्वार को जिला बनाने के बजाय नगर निगम बनाने की पैरवी की गई.
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वहीं, दूसरी ओर प्रदेश सरकार ने वसूली के मकसद से जनता पर जिला विकास प्राधिकरण थोप दिया है. जिसके चलते जनता का शोषण हो रहा है. जिला विकास प्राधिकरण के नाम पर मकान का नक्शा पास करवाने के लिए गरीब जनता से 60 से 70 हजार तक वसूले जा रहे हैं.