पौड़ी: सरकारी विभागों में पदोन्नति में मिल रहे आरक्षण के विरोध में अधिकारियों और कर्मचारियों ने एक विशाल रैली निकाली. सभी प्रदर्शनकारियों ने प्रदेश और केंद्र सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की. प्रदर्शनकारियों ने पदोन्नति में आरक्षण के लाभ को समाप्त करने की मांग की है. कर्मचारियों का कहना है कि लाभ पाने वाले सभी कर्मचारी पहले भी आरक्षण का लाभ ले चुके हैं. जिसके कारण अब उन्हें पदोन्नति में लाभ नहीं दिया जाना चाहिए.
पदोन्नति में आरक्षण का मुद्दा अब धीरे-धीरे चिंगारी का रूप लेने लगा है. शनिवार को पौड़ी में पदोन्नति में आरक्षण के विरोध में एक विशाल रैली निकाली गई. जिसमें पौड़ी मुख्यालय के सभी विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों ने भाग लिया. संगठन से जुड़े लोगों ने कहा कि वे रैली के माध्यम से सरकार को अपनी शक्ति दिखाना चाहते हैं.
उन्होंने बताया कि 29 नवंबर को जिला मुख्यालय में जनक्रांति सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा. अधिकारियों और कर्मचारियों ने साफ किया कि अगर सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती है तो वे आने वाले समय में अपने आंदोलन को उग्र रूप देंगे. जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होगी.
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प्रदर्शनकारियों ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने पदोन्नति में आरक्षण के बिल को समाप्त करने की बात कही है जबकि राज्य सरकार इसे मानने को तैयार नहीं है. जिसके कारण वे आने अपना आंदोलन उग्र करने पर विवश हो रहे हैं. इन लोगों ने कहा कि अगर सरकार जल्द ही इस मामले में कोई ठोस निर्णय नहीं लेती है तो आने वाले समय में सरकार को कड़े विरोध का सामना करने के लिए तैयार होना पड़ेगा.