श्रीनगरः अभी गर्मियां शुरू भी नहीं हुई हैं लेकिन पहाड़ों पर ग्रामीणों को पानी की किल्लत से दो-चार होना पड़ रहा है. श्रीनगर गढ़वाल के चौरास क्षेत्र की 5 हजार की आबादी पानी के लिए तरस रही है. इस बात से नाराजगी जताते हुए ग्राम सभा मंगसू के गुस्साए ग्रामीणों ने आज कीर्तिनगर सुपाणा धारी मार्ग पर जाम लगा दिया. इस दौरान महिलाएं घरों का काम छोड़कर बीच सड़क धरने पर बैठ गईं.
ग्रामीणों का आरोप है कि चौरास क्षेत्र की जनता पिछले 25 सालों से पानी की समस्या से जूझ रही है, जिससे उनका दैनिक जीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है. बच्चों से लेकर कामकाजी लोगों को पानी की किल्लत से सबसे ज्यादा परेशानी उठानी पड़ रही है. ग्राम प्रधान दीपिका डालिया ने बताया कि ग्रामीण लंबे समय से पानी की किल्लत से जूझ रहे हैं. घरों में नल लगे हैं, लेकिन नलों में पानी न आने के कारण लोगों को नदी से पानी लाना पड़ रहा है. घर के सारे लोग दिनभर पानी लाने में जुटे रहते हैं, जिससे पूरा इलाका परेशान है.
ग्राम प्रधान ने बताया कि कई बार जल संस्थान को इस बात की शिकायत की जा चुकी है लेकिन फिर भी जल संस्थान ग्रामीणों की समस्या पर आंख मूंदे हुए है. उन्होंने कहा कि जब तक ग्रामीणों की समस्या का समाधान नहीं होता तब तक ग्रामीण आंदोलन पर ही बैठे रहेंगे.
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ईटीवी भारत से बात करते हुए स्थानीय लोगों ने कहा कि ये समस्या 10-15 दिनों की नहीं, बल्कि 25 सालों से वो इससे परेशान हैं. अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों तक कई बार शिकायत करने पर भी उनकी समस्या का कोई हल नहीं निकल पा रहा है. लेकिन अब जनता प्रशासन और सरकार से आर-पार की लड़ाई लड़ने का मन बना चुकी है.
वहीं, मौके पर पहुंचे जल संस्थान के अधिशासी अभियंता ने कहा कि ग्रामीणों की समस्या को जल्द सुलझा दिया जाएगा. कोशिश होगी कि दूसरी पाइप लाइन से फौरी तौर पर पानी पहुंचाया जाए. उन्होंने बताया कि इन दिनों नदी का जलस्तर कम है जिसके कारण पाइप लाइनों तक नदी का पानी नहीं पहुंच पा रहा है, इसके लिए पाइप लाइनों को गहराई तक ले जाने का कार्य किया जाएगा. इसके साथ चौरास को नई पेयजल योजना से जोड़ने का काम भी जारी है.
ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए और मौके पर सड़क का जाम खुलवाने के लिए कीर्तिनगर तहसीलदार सुनील राज सहित कोतवाली कीर्तिनगर भी फोर्स सहित चौरास पहुंचे. काफी समझाने बुझाने के बाद ग्रामीण सड़क से हटे.