कोटद्वार: जिले के कौड़िया चेक पोस्ट पर सुबह 8 बजे राजस्थान से 3 प्रवासी दो साइकिलों के जरिए चेक पोस्ट पर पहुंचे थे, पुलिस ने उन्हें वहीं पर रोक दिया, लेकिन दोपहर तक पुलिस ने ना तो उन्हें स्वास्थ्य विभाग द्वारा क्वारंटाइन कराया और ना ही उन्हें घर जाने दिया. वहीं, प्रवासियों ने प्रशासन से मांग की है, कि उन्हें जल्द घर जाने की अनुमति दी जाए.
कोटद्वार में कौड़िया चेक पोस्ट पर 5 मई को राजस्थान से तीन प्रवासी साइकिल से अपने गृह जनपद पौड़ी के लिए निकले थे. 11 मई को सुबह 8 बजे तीनों प्रवासी दो साइकिल के से कोटद्वार के कौड़िया चेक पोस्ट पर पहुंचे. इस दौरान पुलिस ने उन्हें रोककर पास मांगा. लेकिन तीनों ने बताया कि उन्होंने पास नहीं बनवाया. इस पर पुलिस ने ग्राम प्रधान से लिखवा कर लाने पर छोड़ने की बात कही.
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वहीं, जब उन्होंने जब ग्राम प्रधान से लिखवा कर मंगाया तब पुलिस ने उसे अमान्य कर दिया और उन्हें चेक पोस्ट पर ही बैठाए रखा. वहीं, पुलिस और स्थानीय प्रशासन द्वारा बाहरी राज्यों से आए हुए प्रवासियों को जिस तरह से एक झोपड़ी के भीतक बैठा कर रखा गया है. उससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है, कि स्थानीय प्रशासन प्रवासियों को अपने गृह जनपद तक पहुंचाने के लिए कितना तत्पर है.
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प्रवासी सुरेंद्र ने बताया, कि वो राजस्थान से साइकिल के जरिए कौड़िया चेक पोस्ट पहुंचे हैं. रास्ते में उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्हें उम्मीद भी थी, कि वो घर जरूर पहुंच जाएंगे. सुरेंद्र ने बताया, कि कौड़िया चेक पोस्ट पर पुलिस ने उन्हें रोक लिया है और ग्राम प्रधान के पत्र को भी मानने को तैयार नहीं हैं. ऐसे में अब सुरेंद्र ने सरकार से मांग की है, कि सरकार उन्हें घर तक पहुंचाने में उनका सहयोग करे.