कोटद्वार: फैक्ट्रियों से होने वाले प्रदूषण के खिलाफ जसोधरपुर के स्थानीय लोगों ने तहसील परिसर पहुंचकर धरना प्रदर्शन किया. उपजिलाधिकारी को ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की. उपजिलाधिकारी के आश्वासन के बाद जसोधरपुर क्षेत्र से आईं महिलाएं वापस घर गई.
जसोधरपुर स्थित फर्निश व रोलिंग फैक्ट्रियां दिन-रात जहर उगल रहीं हैं. आसपास के क्षेत्रों में बच्चों को दमा, खांसी जैसी कई घातक बीमारियां हो रहीं हैं, कई बार स्थानीय लोगों ने फैक्ट्रियों द्वारा फैलाएं जा रहे प्रदूषण के खिलाफ मुख्यमंत्री, पर्यावरण मंत्री और स्थानीय प्रशासन से भी शिकायत कर धरना प्रदर्शन किया है. लेकिन फैक्ट्रियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई.
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पार्षद, मनीष भट्ट का कहना है कि जसोधरपुर स्थित फैक्ट्रियां नियम कानून को ताक पे रखकर चल रहीं हैं. फैक्ट्रियों से बहुत ज्यादा प्रदूषण हो रहा है. क्षेत्र में कोहरे जैसी स्थिति बन जाती है. जनता बहुत दुखी है. आसपास के लोगों को काफी दिक्कतें हो रहीं हैं. आसपास स्थित कुछ परिवारों के बच्चों को तो बहुत घातक बीमारियां हो गईं हैं. कई लोगों को सांस की बीमारी हो गई है.
मामले में उपजिलाधिकारी कोटद्वार का कहना है कि जसोधरपुर इंडस्ट्रीयल एरिया के आसपास के निवासियों ने एक शिकायती पत्र दिया है. पत्र में बताया गया है कि स्टील प्लांट नियमों के तहत नहीं चल रहे हैं. इसमें देखा जाएगा कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के नियमों के तहत फैक्ट्रियां चल रहीं हैं या नहीं. अगर जांच में ऐसा कुछ पाया जाता है तो फैक्ट्रियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.