श्रीनगर: ममता बहुगुणा जोशी पिछले तीन सालों से गुमशुदा हैं. परिजनों को इंसाफ दिलाने की मांग को लेकर चौरास क्षेत्र के लोगों ने अपना विरोध जाहिर करते हुए जुलूस निकाला. इस दौरान लोगों ने सरकार का पुतला दहन भी किया. गुस्साए लोगों ने कहा कि पुलिस ममता बहुगुणा जोशी मामले की सही से जांच नहीं कर पा रही है. पहले पुलिस ने मामले को दबाने की कोशिश की और कोर्ट में क्लोजर रिपोर्ट लगाई. लोगों ने ममता बहुगुणा जोशी मिसिंग केस की जांच सीबीआई से कराने की मांग की.
बता दें, बड़ी संख्या में एकत्र हुए लोगों ने चौरास स्थित टीचर कॉलोनी से अपने मार्च को शुरू किया, जिसका समापन मढ़ी बाजार में किया गया. इस दौरान लोगों ने सरकार का पुतला दहन भी किया. इस दौरान लोगों ने आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं ने पुलिस पर मामले में सही जांच ना करने का दवाब बनाया, जिस कारण ममता के परिजन आज न्याय मांगने के लिए एक अधिकारी से दूसरे अधिकारी के चक्कर काटने के लिए मजबूर हो गए हैं.
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आपको बता दें कि 25 नवंबर, 2019 को कीर्ति नगर के चौरास निवासी राजाराम जोशी की विवाहिता बेटी ममता श्रीनगर के नर्सरी रोड मोहल्ला स्थित अपने घर से संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई थी. अगले दिन उसके बड़े भाई दीपक जोशी ने ममता की गुमशुदगी श्रीनगर कोतवाली में दर्ज कराई. ममता का फोन घर पर ही था, जबकि उसका चप्पल नैथाणा झूला पुल से बरामद हुआ था. उसके नदी में छलांग मारने की आशंका को देखते हुए पुलिस, एसडीआरएफ और जल पुलिस ने अलकनंदा नदी में सर्च अभियान चलाया था, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला.